शिया वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने कहा कि न केवल अयोध्या बल्कि मथुरा और काशी समेत उन सभी 11 मस्जिदों को हिन्दुओं को सौंप दी जानी चाहिए।
Apart from Ayodhya, Kashi Mathura should also be given to Hindus …: Wasim Rizvi
Lucknow, Ta. Tuesday 22 October 2019
Uttar Pradesh Shia Waqf Board Chairman Wasim Rizvi on Monday called for the return of Hindus to places like Kashi Mathura besides Ay… https://t.co/MGF0NxCgAS pic.twitter.com/6eVAaNjjEw
— 24×7 Breaking NEWS (@24x7Breaking) October 22, 2019
न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राम मंदिर पर 16 अक्टूबर को सुनवाई पूरी हो चुकी है। अगले महीने इस पर फैसला आने वाला है। इस बीच शिया वक्फ बोर्ड की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में लिखित जवाब दाखिल किया गया है।
लिखित जवाब में शिया वफ्फ बोर्ड का कहना है कि विवादित जमीन पर राम मंदिर का निर्माण किया जाए। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने जो ज़मीन मुस्लिम पक्षकारों दी है, वो वहां श्रीराम के मंदिर निर्माण के लिए हिंदू पक्षकारों को दे दी जाए।
उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने कहा है कि मुसलमानों को सिर्फ अयोध्या ही नहीं बल्कि मथुरा, काशी सहित देश की अन्य 11 विवादित मस्जिदें हिन्दुओं को सौंप देनी चाहिए। 👇#ShiaWaqfBoard #WasimRizvihttps://t.co/JBwKjqERjd
— Hindustan (@Live_Hindustan) October 19, 2019
इससे पहले अयोध्या मामले में अखिल भारतीय हिन्दू महासभा और मुस्लिम पक्षकारों ने सीलबंद लिफाफे में मॉल्डिंग ऑफ रिलीफ यानी वैकल्पिक राहत को लेकर अपना लिखित जवाब में सुप्रीम कोर्ट में दायर कर दिया है।
सर्वोच्च न्यायालय ने 16 अक्टूबर को फैसला सुरक्षित रखते हुए सभी पक्षकारों को तीन दिन के भीतर मोल्डिंग ऑफ रिलीफ को लेकर लिखित जवाब दाखिल करने के लिए कहा था।
अयोध्या मामले में अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने भी मोल्डिंग ऑफ रिलीफ को लेकर जवाब दायर कर दिया है।
अखिल भारतीय हिंदू महासभा के जवाब में कहा गया है कि, ‘सर्वोच्च न्यायालय एक ट्रस्ट बनाने का आदेश दे सकता है, जो राम मन्दिर के निर्माण के बाद वहां प्रबंधन/प्रशासन संभालने का जिम्मा ले। इसके लिए सर्वोच्च न्यायालय प्रशासक की नियुक्ति का आदेश दे सकता है।