परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि हम स्वामी चिन्मयानंद का हर तरह से साथ देंगे। चिन्मयानंद के साथ अन्याय हुआ है। ऐसे में परिषद उन्हें अकेला नहीं छोड़ सकती।
शाहजहांपुर के एसएस लॉ कॉलेज की छात्रा से रेप और यौन शोषण मामले में पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद जेल में बंद हैं। स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) ने चिन्मयानंद को उनके शाहजहांपुर के आश्रम से गिरफ्तार किया था।
“BJP leader Chinmayanand to be stripped off his sainthood
The Akhil Bhartiya Akhara Parishad (ABAP), the highest decision making body of saints, is all set to extern Chinmayanand from the community.”
via @htTweets
https://t.co/VvGKw9U6yl— Amrita Bhinder 🇮🇳 (@amritabhinder) September 22, 2019
कोर्ट ने चिन्मयानंद को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस बीच चिन्मयानंद को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का साथ मिल गया है। परिषद ने सोमवार को यू-टर्न लेते हुए चिन्मयानंद की वकालत की है।
The Akhil Bhartiya Akhara Parishad (#ABAP), the apex body of #Hindu saints, has taken a u-turn on the issue of #Chinmayanand.
Photo: IANSpic.twitter.com/UE1lECgaAe
— We For News (@WeForNews) October 7, 2019
परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि हम स्वामी चिन्मयानंद का हर तरह से साथ देंगे। चिन्मयानंद के साथ अन्याय हुआ है। ऐसे में परिषद उन्हें अकेला नहीं छोड़ सकती।
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, इस मामले की आड़ में साधु-संतों को बदनाम करने और उनकी छवि को बिगाडऩे की बड़ी साजिश रची जा रही है।
पीड़ित लडक़ी की भूमिका भी संदिग्ध है और ऐसा लग रहा है कि नशीली दवा खिलाकर चिन्मयानंद को फंसाने की साजिश की गई है। पीड़िता और उसके साथियों का वीडियो सामने आने के बाद ये पूरी तरह से साफ हो गया है कि चिन्मयानंद से रंगदारी मांगी गई है।
अब परिषद की 10 अक्टूबर को हरिद्वार में होने वाली बैठक में चिन्मयानंद के निष्कासन की कार्रवाई नहीं की जाएगी, बल्कि हम उनका इस लड़ाई में पूरा साथ देंगे। परिषद की ओर से कानूनी सहायता मुहैया कराए जाने के सवाल पर महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि चिन्मयानंद खुद सक्षम हैं।