दिग्गज अभिनेता सौमित्र चटर्जी के निधन पर देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शोक व्यक्त किया।
इंडिया डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, राष्ट्रपति कोविंद ने शोक व्यक्त करते ट्वीट किया, सौमित्र चटर्जी के निधन से भारतीय सिनेमा ने एक दिग्गज अभिनेता को खो दिया है।
वह सत्यजित रे की मास्टरपीस अपू ट्रायलॉजी के लिए खास तौर पर याद किए जाएंगे। उन्होंने अभिनय कला के क्षेत्र में अपना अभूतपूर्व योगदान दिया है
https://youtu.be/jPJyLeMo_Xs
राष्ट्रपति ने दूसरे ट्वीट में लिखा, सौमित्र चटर्जी को उनके अभिनय के लिए दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, पद्मभूषण और लेगियन डी’होनूर समेत कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिले।
#SoumitraChatterjee is no more..
An actor par excellence. His contribution to bengal film industry is unparalleled and he was a powerhouse of a talent. May his soul be at a happier place.
Om Shanti.. 🙏Sharing one my favorite song of his from the movie Charulata. 🎵🎶 pic.twitter.com/ZFXXG1sDeg
— Indian Art (@IndiaArtHistory) November 15, 2020
उनके परिवार, फिल्म बिरादरी और उनके लाखों प्रशंसकों के लिए संवेदना।
Last ride of iconic legend actor #SoumitraChatterjee with his favourite Rabindra Sangeet 🙏 pic.twitter.com/LwZ3OBnEOI
— Rinita4 SSR (@raise4Shine) November 15, 2020
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर लिखा, सौमित्र चटर्जी का निधन विश्व सिनेमा के साथ-साथ पश्चिम बंगाल और पूरे देश के सांस्कृतिक जीवन के लिए बहुत बड़ी क्षति है. उनके निधन से अत्यंत दुख हुआ है। परिजनों और प्रशंसकों के लिए मेरी संवेदनाएं। ओम शांति!
Shri Soumitra Chatterjee’s death is a colossal loss to the world of cinema, cultural life of West Bengal and India. Through his works, he came to embody Bengali sensibilities, emotions and ethos. Anguished by his demise. Condolences to his family and admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2020
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट में लिखा, सौमित्र चटर्जी के निधन के बारे में सुनकर बड़ी गहरी पीड़ा हुई। एक प्रतिभावान अभिनेता जो बांग्ला सिनेमा को नई ऊंचाइयों पर ले गए।
सौमित्र दा के निधन से भारतीय सिल्वर स्क्रीन ने एक रत्न खो दिया है। मेरे विचार और प्रार्थनाएं उनके परिवार और अनगिनत प्रशंसकों के साथ हैं। शांति शांति शांति।
बता दें कि सौमित्र चट्टोपाध्याय ने अपने किरदारों के माध्यम से वह कर दिखाया, जो शायद बहुत कम कलाकार ही कर पाते हैं। उन्होंने पहले से फिल्मों में दिखाए जा रहे पुरानी अवधारणाओं को तोड़ा, किरदारों को नए सिरे से प्रस्तुत करने पर जोर दिया, आम नागरिक के जीवन को पर्दे पर उकेरने का निर्णय लिया।
उन्हें खूब लोकप्रियता भी मिली, लेकिन बावजूद इसके वह वास्तविकता से जुड़े रहे।