सऊदी अरामको ने रविवार को शेयर बाजारों में सूचीबद्ध होने के लिए आईपीओ लाने की घोषणा की। सऊदी के शेयर मार्केट रेग्युलेटर से इसकी मंजूरी मिल गई है।
Saudi Aramco officially announces its long-awaited IPO, the world's largest listing. Shares are set to begin trading in Saudi Arabia in December. https://t.co/8GefdQBnAB
— The Wall Street Journal (@WSJ) November 3, 2019
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, काफी समय से सऊदी अरब की इस कंपनी के शेयर बाजार में उतरने की प्रतीक्षा की जा रही थी।
LIVE: Saudi Aramco is planning to list on the Riyadh stock exchange – in what could be the world's biggest initial public offering (IPO).
Latest here: https://t.co/l8ix47Slhq https://t.co/nsEeBwRGFe
— Al Jazeera Breaking News (@AJENews) November 3, 2019
9 नवंबर को दी जायेगी जानकारी
माना जा रहा है कि सऊदी अरामको का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ/इनिशियल पब्लिक ऑफर) संभवत: दुनिया का सबसे बड़ा निर्गम होगा। कंपनी ने कहा कि आईपीओ के साइज और ऑफर प्राइस की जानकारी 9 नवंबर को दी जाएगी।
Saudi Crown Prince gives green light for Aramco IPOhttps://t.co/kRB6aXCpPx pic.twitter.com/XGSKIHY2qJ
— Hindustan Times (@htTweets) November 3, 2019
प्रिंस सलमान का प्लान
सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान की काफी समय से अपनी तेल पर निर्भर अर्थव्यवस्था में बदलाव लाने की महत्वाकांक्षा है। कई साल के विलंब के बाद अरामको ने कहा है कि उसकी योजना रियाद स्टॉक एक्सचेंज में अपने शेयर बेचने की है।
The IPO approval shall be valid for six monthshttps://t.co/qhCqVtV5YR
— Mint (@livemint) November 3, 2019
बेचे जाने वाले शेयरों की संख्या का खुलासा नहीं
हालांकि, उसने बाजार में बेचे जाने वाले शेयरों की संख्या का खुलासा नहीं किया है। ऊर्जा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी ने इसे एक ऐतिहासिक कदम बताया है।
EXCLUSIVE: Saudi Aramco told the bankers / analysts involved in its IPO (in a private conference call) that the company made $68 billion in the first nine months of the year. Aramco hasn't disclosed publicly the information, however | #AramcoIPO #OOTT https://t.co/TQ2qjvyQOd
— Javier Blas (@JavierBlas) October 29, 2019
दस फीसदी तेल की जरूरत अकेले पूरा करता है
गौरतलब है कि दुनिया की कच्चे तेल की जरूरत का दस प्रतिशत अकेले सऊदी अरामको पूरा करती है। हालांकि, सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ने स्पष्ट किया है कि अभी उसकी योजना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शेयरों को सूचीबद्ध कराने की नहीं है।
इससे यह संकेत मिलता है कि लंबे समय से दो चरण के आईपीओ की जो चर्चा चल रही थी उसे टाल दिया गया है।
सऊदी अरब के युवराज सलमान अपने देश की तेल आधारित अर्थव्यवस्था में बदलाव लाना चाहते हैं। विशाल परियोजनाओं और नए उद्योगों के लिए कई अरब डॉलर के निवेश की जरूरत होगी। विश्लेषकों का कहना है कि अरामको का मूल्यांकन 1,700 अरब डॉलर नहीं बैठेगा।
दुनिया का सबसे बड़ा आईपीओ होगा साबित
यह संभवत: दुनिया का सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है। यह इस बात पर निर्भर करेगा कि कंपनी कितने शेयर बेचने का फैसला करती है। सऊदी अरब अपनी अर्थव्यवस्था की तेल पर निर्भरता कम करना चाहता है, इसलिए तेल कंपनी में शेयर बेचकर दूसरे क्षेत्रों में पूंजी लगाने की योजना है।
आईपीओ आने से तेल कीमत बढ़ेगी?
सऊदी अरामको का आईपीओ मार्केट में आने से तेल की कीमतों में बढ़ोत्तरी होने की संभावना बनी हुई है। क्रूड ऑयल का दाम बढ़ने से सऊदी अरामको के शेयर में तेजी आएगी। क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी का असर आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल के दाम पर भी पड़ सकता है।