एक निजी समाचार चैनल के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी की कथित वाट्सऐप चैट में बालाकोट का जिक्र होने के बाद उठे विवाद में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी कूद पड़े हैं।
कश्मीरी आतंकवादियों को पालने वाले इमरान खान ने मोदी सरकार पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार ने चुनावी फायदे के लिए पूरे इलाके को संघर्ष की आग में झोंकने का काम किया।
इमरान खान ने ट्वीट कर कहा कि अरनब गोस्वामी कांड यह खुलासा करता है कि मोदी सरकार और भारतीय मीडिया के बीच अपवित्र रिश्ता है जो परमाणु हथियार से लैस इस क्षेत्र को संघर्ष की आग में झोंकना चाहता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कि मोदी सरकार फांसीवादी रवैया अपना रही है और उनकी सरकार इसका खुलासा करती रहेगी।
इमरान ने दुनियाभर से मांग की कि वह भारत को सैन्य अजेंडे से रोके नहीं तो मोदी सरकार पूरे इलाके को ऐसे संकट में डाल देगी जिसे नियंत्रित नहीं किया जा सकता है।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों को भेजने वाले इमरान खान ने भारत पर पाकिस्तान में आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
पाकिस्तानी पीएम ने दावा किया कि मोदी सरकार ने चुनावी फायदे के लिए बालाकोट को अंजाम दिया।
उन्होंने वर्ष 2019 में संयुक्त राष्ट्र में दिए अपने एक भाषण का हवाला देते हुए कहा कि मोदी सरकार ने बालाकोट का इस्तेमाल अपने घरेलू चुनावी फायदे के लिए किया।
इससे पहले पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने भी कहा था कि अरनब गोस्वामी पर हुए खुलासे ने भारत के भयावह सोच को उजागर कर दिया है।
पाकिस्तान भी लंबे समय से यही कहता रहा है। उसने कहा कि पाकिस्तान को बदनाम करने और देश में अतिराष्ट्रवाद को बढ़ावा देने के लिए बीजेपी सरकार ने बालाकोट और सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया। इसका मकसद बीजेपी का चुनाव जीतना था।
इन कथित चैट्स से यह पता चलता है कि अर्नब को दो साल पहले बालाकोट में किए गए हमले की पहले से ही जानकारी भी थी।
अर्नब ने ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) के पूर्व सीईओ पार्थ दासगुप्ता के साथ बातचीत में बोला था कि कुछ बड़ा होने वाला है।
जब दासगुप्ता ने अर्नब से सवाल किया कि क्या उनका मतलब दाऊद से है, तो रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ ने बार्क के पूर्व सीईओ से कहा कि ‘…नहीं सर, पाकिस्तान इस बार… यह सामान्य हमले से बड़ा होगा। दासगुप्ता इस पर जवाब देते हैं कि यह अच्छा है। ये वॉट्सऐप चैट्स 23 फरवरी, 2019 की हैं।
साभार- उदयपुर किरण डॉट इन