ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म की गाइडलाइन का विरोध किया।
टीवी 9 हिन्दी डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने पर अपनी असमर्थता जताते हुए कई ट्वीट किए। अपने एक ट्वीट में ओवैसी ने कहा कि वर्तमान में कई मैसेजिंग प्लेटफ़ॉर्म एन्क्रिप्टेड हैं।
हम आपस में क्या मैसेज भेज रहे हैं अबतक इसका पता सिर्फ आप और मैसेज रिसीब करने वालों को चलता था लेकिन अब सरकारी नियम उन प्लेटफॉर्मस को फॉरवर्ड किए गए संदेशों के प्रोमोटर का पता लगाने के लिए बाध्य करना चाहते हैं।
उन्होंने अपने एक और ट्वीट में कहा कि सरकार सोशल मीडिया प्लैटफॉर्मस को भारत की संप्रभुता / अखंडता, राज्य की सुरक्षा, विदेशी राज्यों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध, या सार्वजनिक व्यवस्था’ का हवाला देते हुए लोगों के संदेश को सरकार तक पहुंचाने पर मजबूर कर रही ह।
उन्होंने अपने एक अन्य ट्वीट में कहा कि “सरकार के पास पहले से ही सर्वेक्षण के लिए बहुत अधिक पावर हैं लेकिन हमारे पास कोई भी गोपनीयता कानून नहीं हैं जो हमें एक ऐसी सरकार से बचाए जो लगातार आपकी निजी बातचीत के बारे में जानना चाहता है।
साभार- टीवी 9 हिन्दी डॉट कॉम