पूर्व सेना अधिकारी मोहम्मद सनाउल्लाह के बाद सीमा सुरक्षा बल के एक सहायक उप-निरीक्षक को असम में फॉरेनर्स ट्रिब्यूनल द्वारा विदेशी घोषित किया गया है।
नयूज़18 पर छपी खबर के अनुसार, असम के जोरहाट जिले से संबंध रखने वाले मुजिबुर रहमान और उनकी पत्नी को विदेशी घोषित किया है, जबकि उनके माता-पिता और भाई-बहन को भारतीय सूचीबद्ध किया गया है।
#NRC | The tribunal declared Muzibur Rahman and his wife as non-Indians in a one-sided judgement. Mr. Rahman said the Assam police's border wing had relied on a 'drunkard's account' to submit a report to the tribunal against him.https://t.co/m0LiHmQ6PM
— The Hindu (@the_hindu) August 23, 2019
मुजिबुर रहमान के पिता ने कहा, “पूरे परिवार के लोगों को भारतीय के रूप में सूचीबद्ध किया गया है, केवल मुजिबुर जो कि 35 सालों से बीएसएफ जवान है उसे ही विदेशी घोषित किया है।
मुझे नहीं पता यह कैसे हुआ। मैं सरकार से इस मामले को निपटाने का निवेदन करता हूं। मुजिबुर रहमान इन दिनों पंजाब में तैनात हैं, उन्हें इस बारे में तब पता चला जब वह छुट्टियों पर घर गए थे।
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा कि ट्रिब्यूनल ने उन्हें इस बारे में कोई नोटिस नहीं भेजा कि उन्हें विदेश घोषित किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि उनके परिवार ने 1923 के बाद के सभी कागजात जमा कर दिए हैं और वास्तविक भारतीयों को इस तरह से परेशान नहीं किया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि यह पहला मामला नहीं है जब सुरक्षा बल के किसी जवान को विदेशी घोषित किया गया है। इससे पहले मई में कारगिल वॉर के हीरो और पूर्व सेना अधिकारी मोहम्मद सनाउल्लाह को विदेशी घोषित करने के बाद हिरासत में ले लिया गया था।
बाद में गुवाहाटी हाईकोर्ट द्वारा बेल देने के बाद उन्हें रिहा किया गया।
वर्तमाम में असम के विभिन्न जिलों में 100 से अधिक विदेशी ट्रिब्यूनल काम कर रहे हैं, जो करीब 1 लाख 17 हजार लोगों को विदेशी घोषित कर चुके हैं।
साभार- न्यूज़18 हिन्दी