पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) से लगभग 19 लाख लोगों को बाहर किए जाने को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, ममता बनर्जी ने कहा कि पहले मुझे एनआरसी की विफलता की जानकारी नहीं थी। जैसे जैसे जानकारी सामने आ रही है, हम यह देखकर हैरान है कि एक लाख से ज्यादा गोरखा लोगों को इस लिस्ट से बाहर कर दिया गया है।
Earlier I was not aware of the full NRC fiasco. As more and more information is coming in, we are shocked to see that names of more than 1 lakh Gorkha people have been excluded from the list. (1/3)
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) September 1, 2019
पश्चिम बंगाल सीएम ने कहा कि सीआरपीएफ और अन्य जवानों समेत हजारों असली भारतीयों के नामों को एनआरसी की अंतिम लिस्ट से बाहर रखा गया है। ममता बनर्जी ने कहा है कि NRC की सूची से बाहर रह जाने वालों में पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद के परिवार के लोग भी शामिल हैं।
In fact, names of thousands and thousands of genuine Indians, including those of CRPF and other jawans, family members of former President Fakhruddin Ali Ahmed, have been excluded. (2/3)
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) September 1, 2019
ममता ने कहा कि सरकार को यह ध्यान रखना चाहिए कि जो हकीकत में भारतीय हैं, उन्हें सूची बाहर नहीं किया जाना चाहिए। ममता बनर्जी ने कहा कि हमारे सभी वास्तविक भारतीय भाइयों और बहनों के साथ इंसाफ होना चाहिए।
Government must take care that genuine Indians are not left out and justice is meted out to all of our genuine Indian brothers and sisters. (3/3)
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) September 1, 2019
आपको बता दें कि असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) की अंतिम सूची जारी किए जाने के बाद दूसरे राज्यों में भी इसकी मांग उठने लगी है। पंजाब में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता विनीत जोशी ने प्रदेश में NRC लागू किए जाने की मांग की है।