मुंबई से गोरखपुर के लिए साइकिल पर निकले ये मजदूर

   

कोरोना वायरस से बचाव के लिए लगाए गए लॉकडाउन की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लॉकडाउन के कारण ट्रेन, बस, कार, हवाई जहाज सभी के पहिए थमे हुए हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी प्रवासी लोगों से जहां हैं, वहीं रहने की अपील की है। बावजूद इसके प्रवासियों के अपने गांव-घर लौटने का सिलसिला थम नहीं रहा। कोई सुविधा नहीं मिल रही तो श्रमिक अब साइकिल पर सवार होकर ही अपने घरों की तरफ लौटने लगे हैं।

जानकारी मुताबिक देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से 20 मजदूरों का जत्था साइकिल से ही 1700 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के लिए रवाना हुआ। इन मजदूरों ने दावा किया कि उनके पास राशन की समस्या होने लगी थी जिसके कारण उन्होंने यह निर्णय लिया। मजदूरों ने सरकार पर मदद ना करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां पर काम भी नहीं चल रहा है उनके पास जो पैसे थे वो भी खत्म हो चुके हैं, एेसे में साइकिल से घर वापिस जाने के अलावा उनके पास कोई रास्ता नहीं बचा है।

मजदूरों का कहना है कि यदि वे लोग अपने घर नहीं गए तो यहां पर भूख से मर जाएंगे। ठाणे में राजमिस्त्री का कार्य करने वाले पिंटू ने कहा कि हम सबने मिलकर साइकिल खरीदने का फैसला किया, जिससे अपने घर पहुंच सकें। उल्लेखनीय है कि देश में 3 मई तक लॉकडाउन लागू है। प्रवासी मजदूर अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ मुंबई-आगरा, मुंबई-अहमदाबाद से पैदल व साइकिल से चलकर हजारों किलोमीटर दूर स्थित अपने घर तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।