सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में आज सुनवाई प्रारंभ हो गई है । सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने कहा कि अयोध्या मामले की सुनवाई आज पूरी हो जाएगी। अतिरिक्त समय नहीं देंगे।
Just in | Day-to-day proceedings in Ram Janambhoomi-Babri Masjid land dispute case to end at 5 PM on Wednesday: SC
– PTI#AyodhyaHearing #ayodhya— The Hindu (@the_hindu) October 16, 2019
रामलला विराजमान के वकील सीएस वैद्यनाथन ने कोर्ट में बताया कि मुस्लिम पक्ष हमारे ऊपर कब्जा करने की बात कही है, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा कि हम जो मांग रहे हैं वह बाबर के द्वारा जो अवैध निर्माण हुआ था उसकी जमीन मांग रहे हैं।
"Enough is enough," says CJI Ranjan Gogoi. Today is the 40th day of hearings in the case.https://t.co/39Z1AfnHXq#AyodhyaHearing
— Scroll.in (@scroll_in) October 16, 2019
सुप्रीम कोर्ट में हिंदू पक्षकार के वकील सीएस वैद्यनाथन ने कहा कि 1885 तक हिंदू-मुस्लिम उस जमीन पर पूजा का दावा करते थे, लेकिन बाद में ब्रिटिश सरकार ने वहां पर रेलिंग लगवा दी। अब मुस्लिम पक्ष बाहरी और आंतरिक आहते पर विवाद कर रहा है, वो छोटी-सी जगह को बांटना चाहते हैं।
इस दौरान जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि आपका 1885 के बाद पूजा का क्या आधार है?
Just in | #Ayodhya mediation committee files a settlement document in Supreme Court. Settlement reached in talks have been filed in the apex court. The filing of the settlement coincides with probably what is the last day of court hearing by the Ayodhya Bench. #AyodhyaHearing
— The Hindu (@the_hindu) October 16, 2019
वकील वैद्यनाथन ने बताया कि ब्रिटिशों की रेलिंग के बाद भी हिंदू लगातार पूजा करते रहे। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा है कि अब बहुत हुआ, शाम 5 बजे तक इस मामले में पूरी सुनवाई पूरी होगी और यही बहस का अंत होगा।
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने पत्रकारों से कहा कि अयोध्या मामले की सुनवाई आज पूरी हो जाएगी। अतिरिक्त समय नहीं देंगे।
सुनवाई के आखिरी दिन प्रधान न्यायाधीश ने शुरुआती 45 मिनट हिंदू पक्ष को और इसके बाद एक घंटा मुस्लिम पक्ष को आवंटित किया है। इसके बाद 45 मिनट के चार स्लॉट मामले में शामिल विभिन्न पक्षों के लिए निर्धारित किए गए हैं।
वहीं सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के 39वें दिन हिंदू पक्ष ने अयोध्या मामले की सुनवाई कर रहे पांच सदस्यीय सुप्रीम कोर्ट की पीठ से ‘ऐतिहासिक गलती’ को सुधारने का आग्रह किया, जहां एक विदेशी विजेता ने भगवान राम के जन्म स्थान पर मस्जिद का निर्माण किया।