सीएम योगी ने कहा- कश्मीर वाले आजादी के नारे लगाने पर होगा राष्ट्रद्रोह का केस दर्ज!

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उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ बुधवार को कानपुर के किदवईनगर स्थित एक जनसभा को संबोधित करने के लिए पहुंचे। कॉमर्शियल ग्राउंड में लाखों लोगों की मौजूदगी में उन्होंने नागरिकता संशोधन एक्ट पर विरोधी दलों पर जमकर जुबानी हमला करते हुए कहा कि इस कानून से किसी की नागरिकता जानें के बजाए उसे नागरिकता मिलेगी

 

बावजदू कांग्रेस, सपा, बसपा समेत अन्य विपक्षी दलों के नेता जनता के अंदर भय-भ्रम फैलाकर धरना-प्रदर्शन करवा रहे हैं। विरोध करने का अधिकार सभी को है, लेकिन वह शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए।

 

लेकिन अरातकतत्वों ने इसकी आड़ में हिंसा करवाई। प्रशासन अब ऐसे लोगों को चिन्हित कर सरकारी व प्राईवेट संपत्ति के नुकसान की नोटिस थमा रहा है।

 

 

यूपी में कश्मीर वाली आजादी के नारे नहीं लगने दिए जाएंगे। यदि किसी ने ऐसा किया तो उसके खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाएगा।

 

पत्रिका पर छपी खबर के अनुसार, सीएए की समर्थन रैली में भीड़ को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा भारत की परंपरा रही है बाहर से आए लोगों को शरण और सुरक्षा देने की।

 

सीएम ने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए आए अल्पसंख्यकों के लिए सीएए है। वहां पर इनके साथ अत्याचार हो रहा है। इस कानून के जरिए अब तीन देशों से बताए लोग भारत के नागरिक हो जाएंगे।

 

जबकि इससे देश में रहने वाले किसी भी व्यक्ति का नुकसान नहीं होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चलते विरोधी दलों की सियासी जमीन खिसक चुकी है और अब इन दलों के नेता जनता को गुमराह का भड़का रहे हैं।

सीएए पर किए जा रहे विरोध को लेकर भी सीएम ने विपक्षियों को घेरा। कहा कि उन्हें फाइनेंस किया गया, इसी वजह से उनका मनोबल बढ़ा।

 

महिलाओं को आगे करके विरोध की साजिश रची गई। इसे देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया कि जो भी व्यक्ति बहकावे में आकर राष्ट्र की संपत्ति का नुकसान करेगा उसकी भरपाई उसी से की जाएगी। क्योंकि राष्ट्रहित सबसे पड़ा पुण्य है और राष्ट्रद्रोह सबसे बड़ा पाप।

 

सीएम ने दो टूक शब्दों में कहा कि यूपी की धरती पर कश्मीर वाले आजादी के नारे लगाने पर देशद्रोह का केस लगेगा। सरकार ऐसे लोगों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेगी।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने सीएए के पक्ष में मुखर होने की लोगों से अपील की। कहा कि हम इतने महत्वपूर्ण मामले पर मौन नहीं रह सकते। इसे लेकर सीएम योगी ने महाभारत के द्रौपदी चीरहरण प्रसंग का जिक्र किया।

 

बताया कि विदुर ने चीरहरण की घटना के लिए तीन लोगों को दोषी माना था। पहले वह जो जिन्होंने वह अपराध किया, दूसरे वह जो अपराध में सहयोगी रहे और तीसरे वह जिन्होंने उसे लेकर मौन धारण कर लिया।

 

आज जब देश का चीरहरण हो रहा है, तो किसी भी रूप में घटना का दोष न बने। ऐसे सीएए के पक्ष के लिए मौन तोडना बहुत जरूरी है।

 

सीएम योगी आदित्यनाथ ने ननकाना साहिब पर हमले को लेकर पाकिस्तान को एक बार फिर घेरा। उन्होंने कहा कि इस घटना से साबित हो गया है कि अल्पसंख्यक पाकिस्तान में सुरक्षित नहीं हैं। नेहरू-लियाकत समझौते में अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने की बात कही गई थी।

 

भारत ने तो उसका अच्छे से पालन किया लेकिन पाकिस्तान ने हमेशा उल्लंघन करता रहा। नतीजा है कि भारत में अल्पसंख्यक आबादी आजादी के बाद से अबतक छह फीसद बढ़ी गई है जबकि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक 23 से घटकर एक फीसद तक पहुंच गई है।

 

आजादी के बाद से कांग्रेस ने देश को बांटने का काम किया। पर अब ऐसा नहीं होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबका-साथ, सबका-विकास और सबके विश्वास का नारा दिया है और भाजपा इसी एजेंडे के तहत कार्य रही है।