राम जन्मभूमि अयोध्या और बाबरी मस्जिद मामले को लेकर शनिवार को बड़ी खबर आई है। मामले के मुस्लिम पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने बड़ा बयान दिया है।
ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुना चुका है। लिहाजा अब सीबीआई अदालत में चल रहे बाबरी विध्वंस केस को खत्म किया जाए और इसको लेकर कोई राजनीति न की जाए।
राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद के मुख्य पक्षकार इकबाल अंसारी चाहते हैं कि अब देश में राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद के नाम का कोई झगड़ा नहीं होना चाहिए.।
इकबाल अंसारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर के पक्ष में फैसला दिया है। इस फैसले के साथ ही जो विवाद था वो कोर्ट के माध्यम से खत्म हो चुका है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सभी ने सम्मान किया है।
उन्होंने यह भी कहा कि अब राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद के नाम का कोई झगड़ा नहीं होना चाहिए और हमारे देश में सांप्रदायिक विवाद नाम की कोई बात नहीं रहनी चाहए।
देश में हिंदू-मुस्लिम का कोई भी विवाद नहीं होना चाहिए। लिहाजा अब सीबीआई कोर्ट में चल रहे बाबरी विध्वंस मामले को भी सरकार को खत्म कर देना चाहिए। अब इसको आगे नहीं बढ़ाना चाहिए।
छह दिसंबर 1992 को विवादित ढांचा ढहाए जाने के मामले में विशेष कोर्ट ने चार जून को सभी आरोपियों को तलब किया है।ढांचा गिराए जाने का मामला सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में चल रहा है।
इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती, पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह समेत कई हिंदू नेता आरोपी है। ऐसे में इकबाल अंसारी का यह बयान बेहद अहम है।
पैरोकार अंसारी ने कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी का दूसरा कार्यकाल भी सराहनीय है। तीन तलाक जैसे मुद्दे को भी बहुत अच्छे ढंग से हल किया गया है और सभी पक्ष खुश हैं।
ऐसे में कोई ऐसा काम नहीं होना चाहिए, जिससे देश का माहौल बिगड़े। हम देश की तरक्की चाहते हैं और सभी को देश की तरक्की में योगदान करना चाहिए। इकबाल अंसारी से पहले उनके पिता हाशिम अंसारी बाबरी मस्जिद के पैरोकार रहे थे।