बाबरी मस्जिद मामला: हिन्दू पक्षकारों की सुनवाई पुरी, मुस्लिम पक्षकार रखेंगे अपना दलील!

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देश के सबसे संवेदनशील और चर्चित मामलों में शामिल अयोध्या केस की सुप्रीम कोर्ट में प्रतिदिन सुनवाई चल रही है। सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को हिंदू पक्ष की दलीलें पूरी हो चुकी हैं। केस में अब तक जिस तरह से सुनवाई हुई है, उससे नवंबर तक इसका फैसला आने की उम्मीद काफी बढ़ गई है। जानें- सुप्रीम कोर्ट में अब तक की सुनवाई में क्या-क्या हुआ?

जागरण डॉट कॉम के अनुसार, अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट 06 अगस्त 2019 से प्रतिदिन सुनवाई कर रहा है। प्रतिदिन सुनवाई वाले मामलों के लिए सुप्रीम कोर्ट में आमतौर पर तीन दिन ही निर्धारित हैं, लेकिन अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय सोमवार से शुक्रवार तक, पांच दिन सुनवाई कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट का प्रयास है कि नवंबर तक इस केस में फैसला सुना दिया जाए।

अयोध्या मामले की सुनवाई कर रही है सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की संवैधानिक बेंच में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई भी शामिल हैं। चीफ जस्टिस का नवंबर में रिटायरमेंट है।

अगर बेंच ने उनके रिटायरमेंट से पहले फैसला नहीं सुनाया तो नए जज के सुनवाई में शामिल होने पर फिर से पूरे केस की सुनवाई शुरू करनी पड़ेगी। यही वजह है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में प्रतिदिन सुनवाई के लिए तीन दिन की व्यवस्था को खत्म कर पांच दिन सुनवाई कर रही है।

अयोध्या में राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद की 2.77 एकड़ जमीन के मालिकाना हक को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। मालूम हो कि छह दिसंबर 1992 को अयोध्या में विवादित ढांचा गिराया गया था। इसके बाद देश भर में दंगे भड़क गए थे।

इन दंगों में काफी संख्या में लोग मारे गए। विवादित ढांचा गिराने के बाद वहां मालिकाना हक की लड़ाई शुरू हुई। इस मामले में पहला मुकदमा 1951 में दर्ज हुआ था। तब से जमीन के मालिकाना हक को लेकर विक्षिन्न पक्षों में विवाद चल रहा है।

जिला अदालत और हाईकोर्ट से होते हुए अयोध्या केस अब सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा है। 70 वर्ष से चल रहे इस विवाद की सुप्रीम कोर्ट में नियमित सुनवाई के दौरान हिंदू पक्ष ने शुक्रवार को अपनी दलीलें पूरी कर ली हैं। अब मुस्लिम पक्षकार सोमवार से सुप्रीम कोर्ट में अपनी दलीलें रखेंगे।