ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की अयोध्या फैसले पर टिप्पणी के बाद अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शनिवार को कहा कि ‘कुछ लोग तालिबानी मानसिकता के रोग से पीड़ित हैं।’
SC judgement on decades old Ayodhya matter should be welcomed & respected wholeheartedly by all of us. It’s our collective responsibility to strengthen unity, social harmony, brotherhood in the country: Union Minister of Minority Affairs @naqvimukhtar on #AYODHYAVERDICT pic.twitter.com/u0tt7vZ1FV
— Prasar Bharati News Services & Digital Platform (@PBNS_India) November 9, 2019
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट द्वारा शनिवार को अयोध्या मामले पर फैसला सुनाए जाने के बाद ओवैसी ने इसे ‘तथ्यों के ऊपर आस्था की एक जीत’ बताया था।
नकवी ने बताया, “कुछ लोग तालिबानी मानसिकता के रोग से पीड़ित हैं। इन लोगों को देश के संविधान या न्यायपालिका पर कोई भरोसा नहीं है।” नकवी ने कहा, “इन लोगों को समझना चाहिए कि देश किसी भी व्यक्ति को हमारी शांति, सद्भाव और भाईचारे को बिगाड़ने की अनुमति नहीं देगा।”
इससे पहले नकवी ने लोगों से अयोध्या के फैसले के बाद शांति और सद्भाव बनाए रखने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था कि शांति और सद्भाव भारत की सदियों पुरानी विरासत का हिस्सा रहे हैं।
नकवी ने अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किए एक वीडियो संदेश में कहा, “अयोध्या पर फैसला आ चुका है। हमें इसे किसी के लिए जीत या हार के रूप में नहीं देखना चाहिए। इस कानूनी फैसले को नुकसान के रूप में देखने से या जीत के जश्न से बचना चाहिए।”
ओवैसी ने कहा था कि “सुप्रीम कोर्ट सर्वोच्च है, लेकिन कभी गलती न करने वालों (इन्फैलिब्ल) में से नहीं है।” इसके साथ ही उन्होंने इस फैसले को तथ्यों के ऊपर आस्था की एक जीत बताया था।
अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने आशंका व्यक्त की थी कि संघ परिवार अब मथुरा और काशी सहित अन्य मस्जिदों को निशाना बनाएगा। हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने आगाह किया कि देश हिंदू राष्ट्र की राह पर आगे बढ़ रहा है।