बंगलुरू हिंसा के लिए आखिर कौन है जिम्मेदार?

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कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के पुलाकेशी नगर में मंगलवार रात भड़की हिंसा के लिए भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।

 

इसके साथ ही भगवा दल ने इस पूरे मामले में कांग्रेस की चुप्पी पर भई सवाल उठाए।

 

इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट इन पर छपी खबर के अनुसार, बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी. एल. संतोष ने ट्वीट कर कांग्रेस पर आरोप लगाया कि ‘तुष्टिकरण’ ही उसकी एकमात्र ‘आधिकारिक नीति’ है।

 

बता दें कि मंगलवार रात को बेंगलुरु में हुई हिंसा में दर्जनों पुलिसवाले घायल हो गए और 3 लोगों की मौत हो गई।

 

बी. एल. संतोष ने ट्वीट कर कहा, ‘कल बेंगलुरु में अपने दलित विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति पर हमला और उनके आवास पर तोड़फोड़ की घटना के बावजूद कांग्रेस और कर्नाटक कांग्रेस ने पूरी तरह से चुप्पी साध रखी है।

 

दंगे के अधिकार को उसका पूरा समर्थन. उनके लिए तुष्टिकरण ही एकमात्र आधिकारिक पार्टी नीति है।’ ज्ञात हो कि मंगलवार रात हिंसक भीड़ ने थाने और कांग्रेस विधायक श्रीनिवास मूर्ति के आवास में तोड़फोड़ की।

 

यह घटना विधायक के एक कथित संबंधी द्वारा सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक मुद्दे से जुड़े एक पोस्ट साझा किये जाने के बाद हुई।

 

पुलिस के मुताबिक बड़ी संख्या में लोग विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के आवास के निकट जमा हुए और तोड़फोड़ की तथा वहां खड़े वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।

 

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हिंसा को रोकने की कोशिश कर रहीं पुलिस टीमों के वाहनों को भी भीड़ ने क्षतिग्रस्त कर दिया।

 

बेकाबू हो रहे उपद्रवियो को काबू में करने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। पूरे बवाल में अब तक 3 लोगों की मौत हुई है और दर्जनों की संख्या में लोग घायल हुए हैं।

 

भारतीय जनता पार्टी के महासचिव पी. मुरलीधर राव, जोकि कर्नाटक मामलों के प्रभारी भी है, ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

 

उन्होंने एक ट्वीट कर कहा, ‘बेंगलुरू में भीड़ द्वारा केजी हल्ली और डीजे हल्ली पुलिस थानों में भयावह हमला किया गया जिसमें 60 पुलिसकर्मी घायल हो गए।

 

दोषियों को माफ नहीं किया जा सकता। हिंसा के लिए उत्तरदायी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।’ विधायक श्रीनिवास मूर्ति ने मंगलवार को ही एक वीडियो संदेश जारी कर समुदाय के लोगों से हिंसा नहीं करने की अपील की थी।