मुंबई की साइबर पुलिस ने ऐसे 30 सोशल मीडिया एकाउंट्स की पहचान की है जिन्होंने ट्रेन सेवाओं को लेकर अफवाह फैलाई थी जिसके बाद बांद्रा स्टेशन पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी. पुलिस के मुताबिक कोरोना वायरस के मद्देनजर देश भर में लागू लॉकडाउन के चलते कई साइबर क्रिमिनल और असामाजिक तत्व समाज में सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं और शांति को भंग कर रहे हैं. पुलिस के मुताबिक वह राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख के निर्देशों का पालन करते हुए लगातार कोरोना वायरस को लेकर फैलाए जा रहे फेक न्यूज़ और अफवाहों पर नजर रखे हुए है.
महाराष्ट्र साइबर विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, ट्विटर, टिकटॉक, इंस्टाग्राम समेत ऐसी तमाम ऐप पर सात दिन 24 घंटे फेक न्यूज़, अफवाह आदि पर नजर बनाए हुए है.
इस तरह कार्रवाई करती है पुलिस
अगर कोई यूज़र फेक न्यूज़ या अफवाह फैलाता है तो पुलिस सबसे पहले उसकी लोकेशन डिटेक्ट करती है इसके बाद स्थानीय पुलिस से संपर्क कर इस पर जरूरी कानूनी एक्शन लेती है. 14 अप्रैल तक पुलिस के पास ऐसे 201 केस थे. इस सभी केसों में लोग कोरोना वायरस को लेकर फेक न्यूज़ फैला रहे थे. इसके साथ ही दो समुदायों के बीच संबंध खराब करते और सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रहे थे.
पुलिस की जांच में पता चला कि महाराष्ट्र में दर्ज हुए सभी मामलों में 99 केस वॉट्सऐप पर आक्रामक मेसेज भेजे जाने के थे, 66 मामलों पर फेसबुक पर घृणास्पद मेसेज भेजे गए थे जबकि 3 मामलों में टिकटॉक पर ऐसे ही वीडियो अपलोड किए गए थे. वहीं 37 मामलों में यूट्यूब पर ऐसे ही घृणा फैलाने वाले मेसेज और फेक न्यूज़ शेयर की गई थीं.
अब तक 35 लोगों को इस संबंध में गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि 114 लोगों की गिरफ्तारी के लिए पहचान कर ली गई है.
कोविड 19 से जुड़ी खबरों को धार्मिक रंग देने की कोशिश कर रहे लोग
महाराष्ट्र साइबर ने बताया कि उन्होंने ऐसे लोगों की पहचान की है जो फेक न्यूज़ फैला रहे हैं इसी के साथ उसने मुंबई पुलिस को भी इस संबंध में जानकारी दी है. ये लोग कानून व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए सोशल मीडिया पर कोविड19 से जुड़े मामलों को धार्मिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं.
बांद्रा से जुड़े केस में महाराष्ट्र साइबर ने उन लोगों की पहचान कर ली है जो कि फेक न्यूज़ और अफवाह फैलाने और मुंबई पुलिस को इसकी जानकारी देने के लिए जिम्मेदार हैं. इसमें 3 विभिन्न प्लेटफॉर्म्स जिसमें न्यूज़ चैनल भी शामिल हैं.
इस पूरे प्रकरण में पुलिस प्रशासन को कड़े एक्शन लेने के निर्देश दिए गए हैं. पुलिस फेक वॉट्सऐप मेसेज और वीडियो बनाने वालों उन्हें फैलाने वालों और ग्रुप के एडमिन के खिलाफ सख्त एक्शन लेगी जिन्होंने समय- समय पर जारी किए गए दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया.
महाराष्ट्र साइबर ने लोगों से की ये अपील
महाराष्ट्र साइबर ने लोगों से फेक न्यूज या अफवाह न फैलाने की अपील की है. उनका कहना है कि किसी भी खबर या मेसेज को शेयर करने से पहले अपने स्तर पर उसकी सत्यता की जांच जरूर करें. इसके साथा ही किसी आधिकारिक स्त्रोत द्वारा प्राप्त खबर पर ही विश्वास करें.
बता दें मंगलवार को मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर सैकड़ों की तादद में प्रवासी मजदूर इकट्ठा हो गए थे. जानकारी मिली थी कि इन लोगों को बताया गया था कि मंगलवार को लॉकडाउन खत्म हो जाएगा और ट्रेन सेवा शुरू हो जाएगी जिसके बाद बांद्रा रेलवे स्टेशन से इन मजदूरों को ट्रेन के माध्यम से घर भेज दिया जाएगा.