मुंबई के लॉक डाउन तोड़कर बांद्रा स्टेशन के बाहर हुए जमावड़े के मामले मे अब तक एक पत्रकार सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में मुंबई पुलिस ने अलग-अलग तीन मामले दर्ज किए हैं।
जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, प्रवासी श्रमिकों को उनके गृहराज्य जाने के लिए उकसाने के मामले में मंगलवार रात ही एक उत्तर भारतीय संगठन के नेता विनय दुबे को हिरासत में लिया गया था।
आज उसे गिरफ्तार कर लिया गया। दुबे ने अपने फेसबुक एकाउंट एवं एक वीडियो के जरिए मुंबई में रह रहे प्रवासी श्रमिकों को उनके गृहराज्य जाने के लिए उकसाने का आरोप लगा है।
उन पर आईपीसी की धाराओं 117, 153ए,188, 269, 270, 505(2) महामारी अधिनियम की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
दूसरी गिरफ्तारी एक मराठी टेलीविजन चैनल के पत्रकार राहुल कुलकर्णी के रूप में आज शाम उस्मानाबाद से की गई। राहुल कुलकर्णी पर उत्तर परदेश की ओर ट्रेन चलने की झूठी खबर प्रसारित करने का आरोप है।
Troubled by arrest of @abpmajhatv journalist in Mumbai migrant case. He may have put out an unverified report on train re-opening but to arrest him without serving notice to channel is not done.Role of local leaders/WhatsApp rumours in fuelling trouble needs proper invgn first.
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) April 15, 2020
उक्त चैनल के संपादक राजीव खांडेकर ने अपने चैनल के पत्रकार की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए इसे बदले की कार्रवाई करार दिया है।
Troubled by arrest of @abpmajhatv journalist in Mumbai migrant case. He may have put out an unverified report on train re-opening but to arrest him without serving notice to channel is not done.Role of local leaders/WhatsApp rumours in fuelling trouble needs proper invgn first.
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) April 15, 2020
राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख के निर्देश पर महाराष्ट्र पुलिस की साइबर शाखा इन दिनों सोशल मीडिया पर झूठी खबरें प्रसारित करनेवालों का पता लगाने के लिए भी अभियान चला रही है।
इसी अभियान के तहत बांद्रा में मंगलवार की शाम अचानक हुए जमावड़े के मामले में अफवाह फैलानेवाले सोशल मीडिया के 30 खातों की पहचान की है। मुंबई पुलिस इनकी भी जांच कर रही है।
बांद्रा की घटना के बाद राज्य में शुरू हुए सियासत पर विराम लगाने के लिए महाराष्ट्र के दिग्गज नेता राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि यह समय एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करने का नहीं, बल्कि असंतुष्ट श्रमिकों को दिलासा देने का है।
पवार ने आज फेसबुक के माध्यम से लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह देश पर संकट का समय है। इस समय एक-दूसरे के विरुद्ध संघर्ष करने के बजाय सबको मिलकर अपना ध्यान घर जाने को उतावले हो रहे श्रमिकों को दिलासा देना चाहिए।
पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में जो दिशा-निर्देश दिए हैं, उनका पालन करना हम सबकी जिम्मेदारी है।
बता दें कि महाराष्ट्र में 30 अप्रैल तक जारी लॉकडाउन के बावजूद 14 अप्रैल की शाम बांद्रा स्टेशन पर हजारों प्रवासियों की भीड़ जुट गई। बताया जा रहा है कि कई लोगों के पास बांद्रा स्टेशन से ट्रेन खुलने का मेसेज मिला था।
इसके बाद यहां हजारों की भीड़ जुटी थी। सभी लोग अपने घर जाने के लिए जुटे थे। महाराष्ट्र कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं और यहां कोविड-19 के कारण कई लोगों की जान जा चुकी है। ऐसे में इस भीड़ का जुटना कई सवाल खड़े कर रहा है।
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