जम्मू कश्मीर में खौफ का जीवन गुजार रहे 138 मजदूरों को पश्चिम बंगाल की सरकार ने वापस अपने गृह राज्य बुला लिया है।
पांच मजदूरों की हो गयी थी हत्या
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, सोमवार को श्रीनगर से एक ट्रेन में सवार होकर ये सभी मजदूर कोलकाता पहुंचे। गौरतलब है कि कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकियों ने कायराना हरकत करते हुए पांच मजदूरों की हत्या कर दी थी।
South Dinajpur:138 labourers from W Bengal who were working in J&K brought back after 5 labourers were killed by terrorists in Kulgam on 29 Oct. A labourer says,"There is no work here,if govt provides us something we'll stay,else we'll have to return to Kashmir to feed ourselves" https://t.co/aVfPy6qDKV pic.twitter.com/QgmEW4KBRH
— ANI (@ANI) November 5, 2019
पांचों मजदूर पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे और निर्माण कार्य में मजदूर के तौर पर काम करने के लिए पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद से जम्मू कश्मीर के कुलगाम गए थे। हत्या के बाद वहां रहे बाकी मजदूरों में डर का माहौल था।
ममता बनर्जी ने की थी घोषणा
आतंकियों द्वारा की गई इस कायराना हरकत के बाद से ही पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने घोषणा की थी कि वो जम्मू कश्मीर में रह रहे सभी मजदूरों को वापस ले आएगी।
138 मजदूरों में 133 पश्चिम बंगाल के रहने वाले
सभी मजदूरों को जम्मू-तवी एक्सप्रेस से सोमवार रात को कोलकाता ला गया। इन 138 मजदूरों में से 133 मजदूर पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं जबकि पांच मजदूर असम के रहने वाले हैं। जम्मू कश्मीर से लौटने के बाद मजदूरों के चेहरे पर खुशी देखी जा सकती थी।
मजदूर का दर्द
एक मजदूर ने बताया कि यहां (पश्चिम बंगाल) में कोई काम नहीं हैं, यदि सरकार हमें नौकरी प्रदान करवाती है तो हम यहीं रूकेंगे, वरना हमें गुजारे के लिए वापिस कश्मीर का रुख करना होगा।
विशेष बसों का इंतजाम
मजदूरों को उनके घरों तक ले जाने के लिए सरकार द्वारा विशेष बसों का प्रबंधन किया गया। सभी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाया गया। वहीं, सरकार ने कहा है कि वह इन मजदूरों को रोजगार मुहैया करवाएगी।
ममता ने मंत्री का बयान
पत्रकारों से बात करते हुए पश्चिम बंगाल के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हाकिम ने कहा कि सभी मजदूरों को उनके घर भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें कश्मीर से वापस ले आई है।
सरकार रोजगार मुहैया करने का वादा किया
हमनें मजदूरों के लिए बसों की व्यवस्था की, जो उन्हें उनके घरों तक ले जाएगी। मंत्री ने कहा कि इन मजदूरों के परिजन काफी चिंतित थे, उन्होंने यह भी कहा कि सरकार इन्हें रोजगार मुहैया कराएगी।