‘भारत माता की जय’ नारे का गलत इस्तेमाल हो रहा है- मनमोहन सिंह

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पिछले कुछ समय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई भाजपाई नेता सार्वजनिक मंचों पर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर लगातार हमला बोल रहे हैं।

 

खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने नेहरू की कई नीतियों की आलोचना की है। शनिवार को एक और पूर्व प्रधानमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनमोहन सिंह ने नेहरू का बचाव करते हुए आलोचकों को करारा जवाब दिया।

 

मनमोहन ने यहां पुरुषोत्तम अग्रवाल और राधा कृष्णा की किताब हू इज भारत माता के विमोचन के मौके पर कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू को जिस प्रकार से गलत ढंग से पेश किया जा रहा है, उसे एक दिन इतिहास नकार देगा और सभी तथ्यों को सही परिप्रेक्ष्य में देखा जाएगा। इतिहास में गलत और फर्जी चीजों को नकारने तथा उन्हें सही परिप्रेक्ष्य में रखने की क्षमता है।

 

उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद और भारत माता की जय के नारे का इस्तेमाल भारत की उग्र व विशुद्ध भावनात्मक छवि गढऩे में गलत रूप से किया जा रहा है, जो लाखों नागरिकों को अलग कर देता है।

 

अगर आज भारत को जोशीले लोकतंत्र के समुदाय में गिना जाता है और यह विश्व की एक बड़ी शक्ति माना जाता है, तो वे नेहरू थे जिन्हें इसका मुख्य निर्माता माना जाना चाहिए।

 

नेहरू ने देश का नेतृत्व ऐसे समय में किया था जब वह अस्थिरता के दौर से गुजर रहा था, जब इसने जीवन के लोकतांत्रिक तरीके, अलग-अलग सामाजिक व राजनीतिक विचारों को अपनाया था।

 

मनमोहन ने नेहरू का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने पूछा था कि भारत माता कौन है?, आप किसकी जीत चाहते हैं? पहाड़ों व नदियों, जंगलों और खेतों सभी के लिए प्यारे हैं, लेकिन जिन्हें वास्तव में गिना जाता है वे देश के लोग हैं, जो कि विशाल भूमि में हर तरफ फैले हुए हैं।

 

पुस्तक हू इज भारत माता में नेहरू को सही परिपेक्ष्य में दिखाने का प्रयास किया गया है।