RSS नेता इन्द्रेश कुमार बोले- क्या मुस्लिम विश्वविद्यालयों में..?

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बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्कृत विद्या धर्म संकाय में मुस्लिम प्राध्यापक फिरोज खान की नियुक्ति पर मचे भारी विरोध पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने बड़ा बयान दिया है।

खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने कहा है कि इस मसले के बाद कई सवाल खड़े होंगे, जिनका आगे चलकर उत्तर मिल सकेगा। इंद्रेश कुमार ने कहा कि सवाल है कि क्या मुस्लिम विश्वविद्यालयों में अब हिंदू कुलपति होने की परंपरा भी डाली जा सकेगी?

हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकरण के नतीजे काफी सकारात्मक होंगे।

इंद्रेश कुमार ने यह बात यहां शुक्रवार को कांस्टीट्यूशन क्लब में एक प्रेस वार्ता के बाद कही। दक्षिण पूर्व एशियाई देश कंबोडिया में मंदिर निर्माण को लेकर आयोजित प्रेस वार्ता खत्म होने के बाद उनसे जब बीएचयू से जुड़े विवाद पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इस मसले पर खुलकर अपनी राय रखी।

इंद्रेश कुमार ने कहा, वहां यह प्रश्न है कि क्या वे (फिरोज खान) अपना दायित्व ईमानदारी से निभा पाएंगे? इसकी आश्वस्ति उनकी तरफ से नहीं आई है। इसलिए झंझट बढ़ गया है। क्या अपने दायित्वों से वे न्याय कर पाएंगे? क्या एक नए भारत को वे मजबूत कर पाएंगे?

संघ नेता ने आगे कहा, क्या मुस्लिम विश्वविद्यालयों में हिंदू कुलपति होने की परंपरा भी डाली जा सकेगी? यह प्रकरण ऐसे अनेक प्रश्नों के उत्तर के लिए रास्ता खोल देता है। क्या होगा, यह समय बताएगा।

क्या वो कर्मकांड ठीक से पढ़ा पाएंगे? क्या इसी आधार पर मुसलमान हिम्मत करके यह कहेंगे कि हमारे विश्वविद्यालय का कुलपति हिंदू होगा।

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्कृत विद्या धर्म संकाय में मुस्लिम शिक्षक फिरोज खान की नियुक्ति के विरोध में छात्रों का एक धड़ा पिछले दो हफ्ते से धरना-प्रदर्शन कर रहा है।

फिरोज खान की नियुक्ति हालांकि कर्मकांड नहीं, संस्कृत साहित्य पढ़ाने के लिए हुई है। प्रदर्शनरत छात्रों का कहना है कि मुस्लिम शिक्षक संस्कृत तो पढ़ा सकता है, मगर संस्कृत धर्म संकाय में नियुक्ति सिर्फ हिंदू शिक्षक की हो सकती है।

मुस्लिम शिक्षक कैसे हिंदू धर्म के कर्मकांडों की शिक्षा दे सकता है। संघ की स्थानीय इकाई ने हालांकि फिरोज खान की नियुक्ति का समर्थन किया है। इस मसले ने अब राजनीतिक रूप ले लिया है।

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सहित कई बड़े विपक्षी नेता इस मसले पर बयान जारी कर चुके हैं।