बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बीती रात राष्ट्रीय जनता दल की अहम बैठक वामदलों और विकासशील इनसान पार्टी के साथ राबड़ी देवी के आवास पर हुई। इस अहम बैठक में कांग्रेस शामिल नहीं हुई।
जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने ऐसी किसी बैठक से इनकार किया। बताया जाता है कि बैठक में महागठबंधन में विद्रोही रूख अख्तियार कर रही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले की आरजेडी के साथ बात बन गई।
उधर, कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने तेजस्वी के अनुभव पर सवाल उठाते हुए चेतावनी दी कि कांग्रस हर स्थिति के लिए तैयार है।
इसपर आरजेडी ने भी पलटवार किया कि अगर उसे छेड़ा जाएगा तो वह छोड़ेगा नहीं। आरजेडी व कांग्रेस में डैमेज कंट्रोल की कोशिश लगातार जारी है। अगर बात नहीं बनी तो देर शाम तक कांग्रेस कोई बड़ा फैसला ले सकती है।
गुरुवार की देर रात राबड़ी देवी के आवास पर हुई बैठक में तेजस्वी यादव और सपीआइ एमएल प्रमुख दीपांकर भट्टाचार्य के बीच तय हो गया कि माले अब महागठबंधन के अंदर ही चुनाव लड़ेगी।
मिली जानकारी के अनुसार महागठबंधन में 20 सीटों की मांग कर रही माले को 15 सीटें देने पर सहमति बनी है। यह भी तय किया गया कि माले के जनाधार वाली सीटें चिह्नित कर बताने पर सीटों की संख्या में कुछ और बढ़ोतरी भी की जा सकती है।