बिहार में बाढ का कहर जारी हैं। समस्तीपुर रेल मंडल के दरभंगा-सीतामढ़ी रेलखंड में रेलवे की पटरियों पर बाढ़ का पानी भर गया है। एहतियातन, रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया है।
वहीं, बाढ़ में डूब कर मरने वालों की संख्या बढ़कर 55 हो गई है। इस बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत-बचाव का काम तेजी से किया जा रहा है। हमलोग सजग और सतर्क हैं।
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, मंगलवार को विधानसभा में नीतीश कुमार ने कहा कि ये फ्लैश फ्लड है। काफी दिनों के बाद बिहार और नेपाल में समय से पहले इतनी वर्षा हुई है।
समय से पहले बाढ़ आई है और इसके बाद सुखा भी हमारे लिए चुनौती बनेगा। प्राकृतिक आपदा पर किसी का नियंत्रण नहीं है। प्रदेश के 12 जिलों में बाढ़ की आफत है और अब तक 25 लोगों की जान जा चुकी है।
199 शिविरों में 1.16 लाख से अधिक लोग शरण लिए हैं, जबिक 78 प्रखंडों के 555 पंचायत के 25.71 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। मैं आश्वस्त करता हूं कि राहत में कोई कमी नहीं होगी। मैंने संबधित जिलों के अधिकारियों को युद्ध स्तर पर काम करने का निर्देश दिया है और वो पूरे घटनाक्रम पर पल-पल नजर बनाये हैं।