मदरसे में छापेमारी के बाद बरामद किए हथियार, साजिश की जांच में जुटीं एजेंसियां

   

बिजनौर : बिजनौर के शेरकोट पुलिस ने बुधवार को बिजनौर के एक मदरसे और मोहल्ला नोंधना में एक मकान पर छापेमारी की थी। पुलिस को मकान से तो खाली हाथ लौटना पड़ा था, लेकिन मदरसा दारुल कुरान हमीदिया में कंट्री मेड एक पिस्तौल, दो मैगजीन, चार तमंचे और 24 कारतूस बरामद किए गए। इस छापेमारी के बाद बरामद किए गए हथियारों के पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए एजेंसियों ने कमर कस ली है। हथियारों को यहां जमा करने और इसके पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए पूछताछ के लिए इस मामले में अब एटीएस और खुफिया विभाग के अफसरों को भी शामिल किया गया है। बुधवार को इस मामले में गिरफ्तार लोगों से आईबी और एटीएस की टीम ने पूछताछ की है।

शुरुआती जांच में पुलिस इसे हथियार तस्करी से जुड़ा मामला मानकर कार्रवाई आगे बढ़ा रही है। इसके अलावा दूसरे राज्यों में इनके संपर्कों की पड़ताल भी की जा रही है।
इन हथियारों को दवा के डिब्बे में छिपाकर रखा गया था। पुलिस को छापे में मदरसे से कई सीडी और डीवीडी भी मिली थी। रात में ही एटीएस और आईबी की के साथ एसपी बिजनौर ने भी शेरकोट जाकर पकड़े गए लोगों से पूछताछ की। हालांकि अधिकारी जांच पूरी होने के बाद ही किसी भी जानकारी को साझा करने की बात कह रहे हैं।

मामले की जांच में जुटी पुलिस मान कर चल रही है कि मदरसा संचालक मोहम्मद साजिद की पूरे मामले का सूत्रधार है। पुलिस को शक है कि बिजनौर के कस्बा धामपुर, स्योहारा और अफजलगढ़ आदि के और लोग भी लोग उसके संपर्क में हैं। पकड़े जाने वालों में एक बिहार के जिला अररिया का निवासी मोहम्मद साबिर है। पुलिस हथियार तस्करी का बिहार लिंक तलाश रही हैं। इस बीच शिवसेना ने प्रदर्शन कर पकड़े गए लोगों पर एनएसए लगाने की मांग की हैं और इसके लिए एसडीएम को ज्ञापन भी दिया गया है।