पश्चिम बंगाल में बीजेपी लगातार अपना जनाधार बढ़ाने में लगी हुई है बीजेपी, कुछ न कुछ आये दिन करती रहती है
In the continuation of our Gandhi Yatra , the public meeting at Dharma will focus on environment issues and stress on discarding single use plastics & save the natural habitat besides other topics.#Gandhi150 pic.twitter.com/T6njHpR2qK
— Dilip Ghosh (@DilipGhoshBJP) October 16, 2019
पश्चिम बंगाल में 2021 के विधानसभा चुनाव को देखते हुये भाजपा के प्रदेश नेतृत्व ने कोलकाता और उसके आसपास के जिलों तथा मुस्लिम बहुल सीमावर्ती जिले मुर्शिदाबाद में अपना जनाधार बढ़ाने का फैसला किया है।
In Paschim Banga, nothing is secure; neither the Democracy nor the Constitution and of course the CBI too ! pic.twitter.com/E4QuAO2ast
— Dilip Ghosh (@DilipGhoshBJP) February 3, 2019
पार्टी की संगठनात्मक बैठक के बाद, बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने मंगलवार को स्वीकार किया कि भगवा पार्टी राज्य में गहरी पैठ बनाने के बावजूद, दक्षिण 24 परगना, बीरभूम, मुर्शिदाबाद और कोलकाता जैसे जिलों में कमजोर है।
साक्षी प्रभा पर छपी खबर के अनुसार, घोष ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें इन जिलों में अपना जनाधार बढ़ाना है, हमने अपने संगठन के नेताओं से कहा है कि वे पार्टी की नीतियों, कार्यक्रमों और केंद्र में हमारी उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाएं।’’
2019 के आम चुनाव में भाजपा ने राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 18 सीटें जीतकर शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी 79,000 बूथ-स्तरीय समितियों में संगठनात्मक चुनाव हो रहे हैं, जिनमें से 64,000 बूथ-स्तरीय समितियों के चुनाव पहले ही संपन्न हो चुके हैं।