भारतीय जनता पार्टी नेता दिलीप घोष एक बार फिर पार्टी की बंगाल इकाई के प्रमुख चुने गए हैं।
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, पार्टी सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी। लंबे समय तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे घोष सर्वसम्मति से अध्यक्ष पद पर दोबारा निर्वाचित हुए।
वह वर्ष 2015 में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चुने गए थे। वह वर्ष 2014 में संघ से भाजपा में भेजे गए थे। बंगाल इकाई की कमान संभालने से पहले वह पार्टी महासचिव थे।
न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, दिलीप घोष को 2020-2023 के लिए भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष के रूप में दोबारा चुना गया है।
भाजपा में अभी संगठन का चुनाव चल रहा है, जिसमें सभी प्रदेशों में अध्यक्ष चुनने के बाद जल्द ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा।
माना जा रहा है कि भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा जल्द ही विधिवत भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किये जायेंगे।
भाजपा के बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष हाल ही में अपने एक बयान को लेकर सुर्खियों में थे।
उन्होंने कहा था कि नागरिकता कानून को लेकर हिंसक प्रदर्शनों के दौरान जिस तरह उत्तर प्रदेश में उपद्रवियों को गोली मारी गई, उसी तरह वह बंगाल में भी अराजक तत्वों को कुत्तों की तरह गोली मारेंगे।
उन्होंने कहा था कि अगर हम सत्ता में आए तो देश विरोध लोग जो सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं, उनको लाठियों से मारेंगे, गोली मारेंगे और जेल भेजेंगे।