शहर के सामाकांठा क्षेत्र से पूर्व विधानसभा सीट के भाजपा विधायक अरविंद रैयाणी कुछ ऐसा कर बैठे कि, ट्रोल हो रहे हैं। उनका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है।
वन इंडिया पर छपी खबर के अनुसार, वीडियो में दिख रहा है कि, वह राहत रसोई के किचन में थूक रहे हैं। इसी राहत रसाई से जरूरतमंदों को बंटने वाले खाना ले जाया जाता है। अरविंद द्वारा यहां ऐसा किए जाने पर उन पर जुर्माना लगा दिया गया।
नियमों के मुताबिक, अरविंद ने 500 रुपये का जुर्माना भरा। मगर, बताया जा रहा है कि, खुद जुर्माना भरने जाने के बजाए, इस विधायक महाशय ने अधिकारी को अपने ऑफिस बुलाया।
Yakk
BJP MLA spits in government-run kitchen for poor in Rajkot#GujaratCoronavirus
Why he did it?
Is this the level of Hygiene they r talking about??I hope Media house may pick the story https://t.co/LZx9QbtfBr
— Simmi Ahuja (@SimmiAhuja_) May 2, 2020
अरविंद को इलाके का दबंग विधायक माना जाता है। इसी तरह वह पहले भी विवादों से घिर चुके हैं। मीडिया को दी सफाई में उन्होंने कहा कि, मैं सब्जी चख रहा था, तभी पत्रकार आ गए और बाइट लेने लगे।
Finally a Thooker from Single Source Hatemongering Party caught on Camera. BJP MLA Arvind Raiyani caught spitting in kitchen where food is being prepared for needy people in Rajkot, Gujarat. pic.twitter.com/DW7qjolzfA
— Drunk Journalist (@drunkJournalist) May 2, 2020
इसी कारण मुंह से सब्जी ही थूकी। मुझे पान-मसाला खाने की कोई आदत ही नहीं है। आज ही सीएम रुपाणी ने संदेश दिया है, तो मैं ऐसा कैसे कर सकता हूं?’
BJP Gujarat MLA who criticised Jamatis over spitting, he himself caught on camera spitting in public kitchen. Inko zara famous karo @RoflGandhi_ pic.twitter.com/ew1epRKoA0
— Jay Donga🇮🇳 (@jaydonga) May 2, 2020
वीडियो में आप देख सकते हैं कि, अरविंद रैयाणी ने क्या किया। लोग उन पर सवाल उठा रहे हैं कि, भले ही उन्होंने सब्जी थूकी, लेकिन रसोई में इस तरह थूकना ठीक नहीं है।
इस वीडियो में शहर भाजपा प्रमुख कमलेश मिराणी और रुपाणी के करीबी माने जाते नितिनभाई भारद्वाज भी दिखाई दे रहे हैं।
तब्लीगी जमात
विडंबना यह है कि उसी भाजपा नेता ने तब्लीगी जमात के सदस्यों की आलोचना की थी, क्योंकि उनकी पार्टी के आईटी सेल ने झूठ बोलने वाले मुस्लिम समूह के सदस्यों को दोषी ठहराया था। भले ही, भाजपा शासित उत्तर प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश में पुलिस विभाग की एक श्रृंखला के तहत तब्लीगी जमात के सदस्यों के खिलाफ आरोप फर्जी निकले हों।