भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर अपने काम से ज्यादा अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में छाई रहती हैं। राम मंदिर से लेकर नाथूराम गोडसे तक पर विवादित बयान दे चुकीं प्रज्ञा ने मध्यप्रदेश के सीहोर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि हम नाली साफ करवाने के लिए सांसद नहीं बने हैं।
उनके इस बयान से भाजपा नेतृत्व उनसे नाराज है और उन्हें दिल्ली मुख्यालय तलब किया। प्रज्ञा ने दिल्ली में भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और महासचिव (संगठन) बीएल संतोष से मुलाकात की। पार्टी सूत्रों ने कहा कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भाजपा मुख्यालय तलब किया गया था जहां नड्डा ने उन्हें बताया कि पार्टी नेतृत्व मध्य प्रदेश के सीहोर में रविवार को उनके द्वारा दिए गए बयान से खुश नहीं है।
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने कहा कि ठाकुर की खिंचाई करते हुए उनसे पार्टी के कार्यक्रमों और विचारों के खिलाफ बयान देने से बचने को कहा गया है। पार्टी कार्यालय से निकलते वक्त भाजपा सांसद ने वहां मौजूद पत्रकारों से बात नहीं की।
दोबारा सत्ता में आने के बाद भाजपा अपनी छवि को लेकर थोड़ा सजग है और वह विरोधियों को किसी भी तरह हमला करने का मौका नहीं देना चाहती है। हो सकता है इसी वजह से प्रज्ञा को बुलाया गया है।
मध्यप्रदेश के सीहोर में प्रज्ञा ने कहा, ‘हम नाली साफ करवाने के लिए सांसद नहीं बने हैं। आपका शौचालय साफ करवाने के लिए बिलकुल नहीं बने हैं। हम जिस काम के लिए बनाए दए हैं, वह काम ईमानदारी के साथ करेंगे।’ 17वीं लोकसभा के लिए हुए चुनावों में प्रज्ञा ने भोपाल से कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को हराया है।