देशभर में कोरोना वायरस (Coronavirus in India) फैलाने का आरोप झेल रहे तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के प्रमुख मौलाना साद कंधालवी (Maulana Saad Kandhalwi) ने अब अपनी छवि बदलने की कोशिश की है। मौलाना साद ने मंगलवार को इलाज के बाद कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक हो चुके जमात के कार्यकर्ताओं और मुस्लिम समाज के अन्य लोगों से अपना ब्लड प्लाज्मा दान करने की अपील की है। इस ब्लड प्लाज्मा से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा सकेगा।
गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान निजामुद्दीन इलाके में मार्च में एक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करने के मामले में दिल्ली पुलिस ने साद के खिलाफ मामला दर्ज किया था। मंगलवार को जारी एक पत्र में कंधालवी ने कहा कि वह और तबलीगी जमात के कुछ अन्य सदस्यों ने खुद को क्वांरटीन में रखा हुआ है। कंधालवी ने कहा कि खुद को क्वारंटीन में रखे ज्यादातर सदस्यों में कोराना वायरस की जांच में कोई संक्रमण नहीं पाया गया। उन्होंने कहा,‘जो संक्रमित पाए गए हैं उनमें से ज्यादातर का इलाज चल रहा है और अब वे स्वस्थ हो चुके हैं। मैं और कुछ अन्य ने खुद को क्वारंटीन में रखा हुआ है। यह जरूरी है कि इस बीमारी से उबर चुके लोगों को उनके लिए ब्लड प्लाज्मा दान करना चाहिए जो अब भी इस वायरस के संक्रमण से जूझ रहे हैं और उनका इलाज चल रहा है।’
Tablighi Jamaat Chief Mohammad Saad appeals to Jamaat's workers and all Muslims who have been cured of COVID19 to donate blood plasma for those still infected and under treatment. pic.twitter.com/ztuvcNGbOY
— ANI (@ANI) April 21, 2020
घरों में नमाज अदा करने की भी की थी अपील
कांधलवी ने सोमवार को अपने अनुयायियों से अपील की थी कि वे रमजान के महीने के दौरान अपने घरों में ही नमाज अदा करें। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रेसवार्ता में तबलीगी जमात का हवाला देते हुए कहा था कि पिछले महीने निजामुद्दीन के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विदेश से आए यात्रियों के कारण कोरोना वायरस का प्रसार बेहद तेजी से हुआ। दिल्ली पुलिस अपराध शाखा ने 31 मार्च को मौलाना साद समेत सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था।