बॉलीवुड में कारोबार पर पड़ता कोरोना वायरस का असर!

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तालाबंदी की वजह से बॉलीवुड ठप्प पड़ा है और ऐसा लग रहा है कि व्यापार फिर से शुरू होने में कई हफ्ते या कई महीने भी लग सकते हैं. फिल्म उद्योग को महामारी के असर से बाहर निकलने में कम से कम दो साल लगेंगे।

 

भारत के फिल्म उद्योग को महामारी के असर से बाहर निकलने में कम से कम दो साल लगेंगे। ये निष्कर्ष बॉलीवुड के लगभग दर्जन भर सबसे बड़े निर्माताओं, डिस्ट्रीब्यूटरों और अभिनेताओं द्वारा किए गए एक आंतरिक आकलन में सामने आया है।

 

आकलन इसी सप्ताह इन लोगों की एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा आयोजित बैठक में निकल कर आया।

 

कई एक्शन फिल्में बनाने वाले एक फिल्म निर्माता ने नाम ना जाहिर करने की शर्त पर बताया, फिल्में बनाना हमेशा से एक जुआ रहा है और अब तो हालात ऐसे हैं कि हम में से कुछ को अगले साल तक के लिए पैक-अप कर लेना चाहिए. हमें लोगों से सिनेमा घरों में आने के लिए भीख मांगनी पड़ेगी।

 

तालाबंदी के खत्म हो जाने के बाद के इस तरह के निराशापूर्ण पूर्वानुमानों से बॉक्स ऑफिस की कमाई को एक बड़ा झटका लगा है। बॉक्स ऑफिस की कमाई पूरे उद्योग की कमाई के 60 प्रतिशत के बराबर होती है।

 

ये सब देख कर निर्माताओं का कहना है कि उन्हें बड़े बजट वाली फिल्में और विदेशों में होने वाले खर्चीले शूट बंद करने पड़ेंगे। एकाउंटिंग कंपनी डेलॉइट इंडिया में पार्टनर जेहिल ठक्कर कहते हैं, “फिल्मों के लिए ये एक मुश्किल वक्त रहेगा।

 

मुझे लगता है तालाबंदी हटने के बाद भी कई लोग भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूर रहना ही पसंद करेंगे।

 

तालाबंदी की वजह से बॉलीवुड ठप्प पड़ा है। लगभग 9,500 थिएटर बंद हैं और ऐसा लग रहा है कि एक स्क्रीन वाले सिनेमा घर हों या मल्टीप्लेक्स हर जगह व्यापार फिर से शुरू होने में कई हफ्ते या कई महीने भी लग सकते हैं।

 

निवेश कंपनी एलोरा कैपिटल के एनालिस्ट करण तौरानी के अनुसार, ऐसा मुमकिन है कि देशव्यापी स्तर पर सिनेमा घर जून के मध्य से पहले ना खुले और सामान्य ऑक्यूपेंसी तो हो सकता है अगस्त तक ना लौटे।

 

तौरानी ने यह भी कहा कि दर्शकों को आकर्षित करने के लिए टिकटों के दाम घटाने की भी जरूरत पड़ सकती है।

 

साभार- डी डब्ल्यू हिन्दी