पिछले दिनों टाटा समूह की कंपनी टाइटन के ज्वैलरी ब्रैंड तनिष्क के एक विज्ञापन का कड़ा विरोध किया गया था जिसके बाद उसे तनिष्क ने वापस ले लिया था।
नवोदय टाइम्स पर छपी खबर के अनुसार, अब एक बार फिर तनिष्क के एक और विज्ञापन को लेकर विरोध होना शुरू हो गया है।
तनिष्क पर पहले विज्ञापन के चलते कथित ‘लव जिहाद’ को बढ़ावा देने का आरोप लगा था।
इस विज्ञापन में तनिष्क ने ‘एकत्वम’ गहनों की नई सीरीज शुरू की थी। जिसे भारी विरोध के बाद हटाना पड़ गया।
ऐड हटाने को मजबूर तनिष्क को अब दिवाली का भी विज्ञापन सोशल मीडिया पर कड़े विरोध के कारण वापस लेना पड़ा है।
Why should anyone advice Hindus how to celebrate Our Festivals?
Companies must focus on selling their products, not lecture us to refrain from bursting Crackers.
We will light lamps, distribute sweets and burst green crackers. Please join us. You will understand Ekatvam. https://t.co/EfmNNDXWFD
— C T Ravi 🇮🇳 ಸಿ ಟಿ ರವಿ (Modi Ka Parivar) (@CTRavi_BJP) November 8, 2020
इस ऐड में एक्ट्रेस और मॉडल सयानी गुप्ता यह कहते हुए देखी गईं हैं कि वह दिवाली पर पटाखे छुड़ाने की जगह कुछ समय अपनी मां के साथ बिताना पसंद करेंगी। फिर एक सोशल मैसेज देने की कोशिश कर रहे तनिष्क के इस ऐड पर भी सोशल मीडिया पर लोगों ने काफी नाराजगी जताई है। इस बारे में कर्नाटक एमएलए और बीजेपी नेशनल जेनेरल सेक्ट्री सी टी रवि ने भी अपना विरोध जताया है।
सोशल मीडिया पर इसे लेकर काफी विरोध हो रहा था। जिस वजह से तनिष्क ने ये एड हटा दिया। बता दें, इससे पहले के विज्ञापन का विरोध करने के लिए अभिनेत्री कंगना रनौत ने भी अपना विरोध जताया था। उन्होंने ट्वीट पर कड़ी नाराजगी जाहिर की थी।
उन्होंने कहा था, एड का कॉन्सेप्ट गलत नहीं था। लेकिन उसका एग्जिक्यूशन गलत संदेश दे रहा था।
Who is #tanishq to advice Hindus as how to celebrate diwali. Keep your advice to yourself and apply the same for your cheap publicity campaign.
I request you all to #boycotttanishq
— Gaurav Goel (Modi Ka Pariwar) (@goelgauravbjp) November 9, 2020
एक हिंदू लड़की की शादी मुस्लिम परिवार में हुई लेकिन वो लड़की सहमे हुए तरीके से अपनी सास से पूछती है बल्कि ऐसा नहीं होना चाहिए वो उस घर की बहु है तो इतनी दबी-दबी सी क्यों हैं। शर्मनाक..
उन्होंने ये भी कहा कि ये एड कई मायनों में गलत है। वो महिला जो पहले से घर में रह रही है उसे आजादी तब मिली जब उसके कोख में घर का वारिस आ गया। वरना उसकी कोई अहमियत नहीं थी। यह एड सेक्सिज्म को भी बढ़ावा दे रहा है।
इसके अलावा कंगना ने हिंदू धर्म के लोगों को भी कहा कि वे हिंदू होने के नाते आतंकवादियों के इस कलात्मक अंदाज से दूर रहना चाहिए।
इस तरह की विचारधारा हमें कितना प्रभावित कर सकती है और हमारा कितना नुकसान कर सकती हैं।हमें अपनी सभ्यता को बचाने के लिए पूरा प्रयास करना चाहिए।