क्या रायबरेली और अमेठी में बसपा के वोटरों ने बीजेपी को मतदान किया?

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लोकसभा चुनाव के नतीजों ने बसपा प्रमुख मायावती के उन दावों की भी हवा निकाल दी जिनमें वह कहा करती थीं कि दलित समाज उनके साथ चट्टान की तरह एकजुट है और उनके इशारे पर वह वोट देता है। अमेठी व रायबरेली में कांग्रेस के पक्ष में माया की अपील पूरी तरह बेअसर रहा।

रिपोर्ट आ रही थी कि वहां गठबंधन से प्रत्याशी न उतारे जाने के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कड़ी लड़ाई में फंस गए हैं। पूरे चुनाव के दौरान कांग्रेस को जमकर कोसने वाली मायावती ने अमेठी व रायबरेली में मतदान से एक दिन पहले 5 मई को एक अपील जारी की।

अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने दावा किया कि बसपा समर्थक उनका इशारा समझकर वोट करते हैं। इन दोनों सीटों पर पार्टी का बेस वोट 22-23 प्रतिशत है। बसपा का एक-एक वोट इन सीटों पर कांग्रेस के दोनों नेताओं को मिलने वाला है, इसमें किसी को भी कोई संदेह नहीं होना चाहिए।

अन्य समाज के जो लोग बसपा से जुड़े हैं, वे भी इन दोनों सीटों पर इसी तरह वोट करेंगे, लेकिन इस अपील का कोई असर नहीं दिखा।