CAA: जर्मन छात्र के बाद अब नॉर्वे की महिला को वापस भेजा गया !

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नए नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने पर एक और विदेशी नागरिक को देश छोड़ना पड़ा है. पीटीआई के मुताबिक नॉर्वे की जेन मेट जॉनसन कोच्चि में इस कानून को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन में शामिल हुई थीं. यह प्रदर्शन 23 दिसंबर को हुआ था. उनका कहना है कि आव्रजन अधिकारियों ने उन्हें भारत छोड़ने के लिए कहा है. जेन मेट जॉनसन पर्यटन वीजा पर भारत आई थीं. गृह मंत्रालय के तहत आने वाले विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय के मुताबिक जांच में पाया गया कि जेन ने वीजा नियमों का उल्लंघन किया था इसलिए उन्हें वापस जाने को कहा गया.

इससे पहले इसी तरह के प्रदर्शन में चेन्नई में हिस्सा लेने पर जर्मनी के एक छात्र को देश छोड़कर जाने का निर्देश दे दिया गया था. दक्षिणी जर्मनी के रहने वाले जैकब लिंडेनथल स्टूडेंट्स एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत आईआईटी मद्रास के भौतिकी विभाग से एक साल का कोर्स कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि आईआईटी के ही किसी अधिकारी ने इस मामले में उच्च स्तर पर शिकायत की थी.

इस बारे में इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए जैकब लिंडेनथल का कहना था, ‘मैं जैसे ही चेन्नई पहुंचा मेरे कोऑर्डिनेटर ने मुझसे आव्रजन अधिकारियों से तुरंत मिलने के लिए कहा. जब मैं वहां पहुंचा तो उन्होंने मेरे रेजिंडेंशियल परमिट के बारे में कुछ छोटे-मोटे सवाल किये. जब मैंने उन सभी का जवाब दे दिया तो वे मुझसे राजनीति और मेरी रुचियों के बारे में पूछने लगे. उन्होंने मुझसे सीएए और उससे जुड़ी विरोध प्रदर्शनों में भाग लेने के बारे में पूछा.’ पीटीआई के मुताबिक इसके बाद जैकब लिंडेनथल को देश छोड़कर जाने के लिए कहा गया.