असम में पहले चरण के मतदान के बाद कांग्रेस ने क्या कहा?

, , ,

   

कांग्रेस ने ऊपरी असम में सभी सीटें जीतने का दावा करने वाले भाजपा के खबरनुमा विज्ञापन के खिलाफ गुवाहाटी में निर्वाचन आयोग को ज्ञापन देकर शिकायत की है।

अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, इसमें भाजपा तथा छह अखबारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।


ज्ञापन असम प्रदेश कांग्रेस की ओर से राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नितिन खड़े को दिया गया।

असम कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि शेष दो चरणों के चुनावों में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए समाचार के प्रारूप में छह अखबारों में ‘भाजपा के चुनाव चिन्ह के साथ एक विज्ञापन’ प्रकाशित हुआ है।

प्रदेश कांग्रेस के विधि समूह के अध्यक्ष नीरन बोराह ने पत्रकारों से कहा कि समाचार रिपोर्ट के प्रारूप में विज्ञापन का प्रकाशन निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के खिलाफ है।

उन्होंने कहा कि अखबारों में प्रकाशित विज्ञापनों की सुर्खी इस तरह की है- ‘भाजपा ऊपरी असम में सभी सीटों पर जीतेगी’, ‘भाजपा के शुभचिंतक और कार्यकर्ता गदगद’, ‘भाजपा ने ऊपरी असम की सभी सीटों पर जीत सुनिश्चित की’

कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा कि हमने सीईओ से मामले की जांच करने और तत्काल कदम उठाने की मांग की है।

अन्यथा उनकी विश्वसनीयता पर शक होगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इस मामले पर दिल्ली में निर्वाचन आयोग को शिकायत करेंगे। इस बारे में संपर्क करने पर सीईओ दफ्तर के एक अधिकारी ने बताया कि मामले का परीक्षण किया जाएगा।



असम में दूसरे चरण का चुनाव 39 सीटों के लिए एक अप्रैल को होगा जबकि तीसरे और अंतिम चरण का चुनाव छह अप्रैल को होगा।


भाजपा की असम इकाई ने रविवार को कहा कि उसने टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले सात नेताओं को छह साल के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निकाल दिया है।

असम भाजपा के महासचिव राजदीप राय ने एक बयान में कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार दास ने भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने वाले सात लोगों को छह साल के लिए निष्कासित किया है।


इससे पहले, 18 मार्च को भाजपा ने टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय मैदान में उतरने वाले 15 नेताओं को पार्टी से छह साल के लिए निकाल दिया था।