बॉलीवुड और तमिल फिल्मों में अपनी अदाकारी का जलवा बिखेरने के बाद राजनीतिक पारी में उतरे मक्कल नीडि मैम पार्टी के अध्यक्ष कमल हासन ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध कर रहे चेन्नई के मद्रास विश्वविद्यालय के छात्रों से मुलाकात की है. कमल हासन ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि उन्हें पुलिस ने पुलिस ने अंदर जाने की इजाजत नहीं दी. कमल हासन ने कहा मरते दम तक मैं खुद को एक छात्र ही कहूंगा. उन्होंने आगे कहा कि मैं यहां उन छात्रों की रक्षा करने के लिए आया हूं.
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अपनी बात रखने के लिए या फिर गलत बात के लिए आवाज उठाने के लिए छात्र होना जरूरी नहीं है मैं भी इस समाज का एक स्थाई छात्र हूं.
मैं आवाज देता रहूंगा कि मैंने कोई पार्टी शुरू की है या नहीं और अब मैंने एक पार्टी शुरू कर दी है, यहां रहना मेरा कर्तव्य बन गया है. आपको बता दें कि नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर पूरे देश में आग लगी है असम से भड़की चिंगारी दिल्ली पहुंचकर शोला बन चुकी है इसी क्रम में यह प्रदर्शन अब चेन्नई भी जा पहुंचा है.
Kamal Haasan: I am not allowed to go inside. Till I die, I will call myself a student, I have come here in that capacity to be their defender. I will keep voicing whether or not I have started a party and now that I have started a party it becomes my duty to be here. https://t.co/pkdsv1MFxP pic.twitter.com/56Kpn9AFHu
— ANI (@ANI) December 18, 2019
अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने आरोप लगाया कि अन्नाद्रमुक केंद्र की मोदी सरकार के इशारों पर चल रही है. संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ पार्टी उच्चतम न्यायालय का रुख करेगी, इसकी घोषणा करने के एक दिन बाद उन्होंने कहा कि एमएनएम राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ भी लड़ाई लड़ेगी. सीएए पर एमएनएम की आगे की कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर हासन ने कहा, एनआरसी का मुद्दा है, जब इसे लागू किया जाएगा (राष्ट्रीय स्तर पर) हम मैदान में उतरेंगे (इसके खिलाफ) और जितनी दूर तक संभव होगा उतना लड़ेंगे. कमल हासन ने आगे कहा कि एमएनएम सीएए के खिलाफ कानूनी समाधान तलाशेगी.