CAA विरोध प्रदर्शन: यूपी पुलिस ने छह साल पहले मर चुके शख्स को भेजा नोटिस!

   

नागरिता कानून के विरोध को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस लागातार कार्रवाई कर रही है। ऐसे में हिंसा के दौरान शामिल सभी लोगों को पुलिस नोटिस भेज रही है।

 

हरिभूमी पर छपी खबर के अनुसार, फिरोजाबाद की पुलिस ने 6 साल पहले मर गए एक शख्स को सुरक्षा के लिहाज से खतरा बताया है और उसे बाकायदा नोटिस भी भेजा है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, फिरोजाबाद के बन्ने खान को यूपी पुलिस ने नोटिस जारी कर दिया है। फिरोजाबाद में एक व्यक्ति जो 6 साल पहले मर गया था, उसे कथित धमकी के लिए नोटिस जारी किया गया है।

जो कानून और व्यवस्था की स्थिति के लिए खतरा बताया है। फिरोजाबाद शहर में बेजे गली के बन्ने खान की छह साल पहले मृत्यु हो गई थी।

पुलिस ने उनके बेटे मोहम्मद सरफराज खान को नोटिस दिया, जिसमें लिखा था कि बन्ने को एक स्थानीय मजिस्ट्रेट के सामने पेश होना है और अगले सात दिनों के भीतर जमानत लेनी है।

ऐसे में अगर वो पेश नहीं होते हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। जिसके बाद पुलिस के सामने मामला आने के बाद एक अधिकारी ने कहा कि व्यक्ति बहुत पुराना है।

वहीं खान के परिवार ने कहा पुलिस विभाग की कार्रवाई ने उन्हें आहत किया है। मैं यह समझने में नाकाम हूं कि पुलिस उन्हें नोटिस क्यों जारी कर रही है वहीं प्रियंका गांधी ने भी योगी सरकार पर तंज सकते हुए कहा कि सीएए प्रदर्शनकारियों पर यूपी पुलिस के शिकंजा कसने के खिलाफ कांग्रेस हाईकोर्ट जाएगी।

वहीं योगी आदित्यनाथ की इस तरह की कार्रवाई को बदले की राजनीति बताया जा रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि सीएए कानून के दौरान हिंसा में 19 लोगों की मौत हो गई थी।

इस मामले में पुलिस संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ वसूली की कार्रवाई कर रही है। हिंसा में शामिल 1 हजार से ज्यादा को गिरफ्तार किया गया और साढ़े 5 हजार को रासत में ले लिया गया।

उत्तर प्रदेश में एंटी-सीएए हलचल ने 19 लोगों की जान ले ली, जिनमें कथित पुलिस गोलीबारी में मारे गए लोग भी शामिल थे। हिंसा में उनकी कथित भूमिका के लिए कम से कम 61 घायल हो गए, 1,100 से अधिक गिरफ्तार किए गए और लगभग 5,500 को हिरासत में ले लिया गया।