मंदिर में किस सीन फिल्माए जाने के बाद पर मचा बवाल!

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एक बार फिर ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज की गई वेब सीरीज के कंटेंट पर बवाल खड़ा हो गया है।

 

इस बार बवाल हाल ही में रिलीज हुई वेब सीरीज ‘ए सूटेबल बॉय’ के एक सीन पर हो रहा है। सोशल मीडिया पर रविवार से ही यूजर्स इस सीन को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज करवा रहे हैं।

 

जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, यूजर्स इस वेब सीरीज का बायकॉट करने के साथ ही नेटफ्लिक्स के बहिष्कार की मांग कर रहे हैं। यूजर्स का कहना है कि इस फिल्म में एक ऐसा सीन है, जिससे हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं और वो सीन हिंदू विरोधी है।

 

आगे पढ़ने से पहले बता दें कि अ सूटेबल बॉय नेटफ्लिक्स पर 23 अक्टूबर को रिलीज़ हुई थी, यानी लगभग एक महीने बाद सीरीज़ के दृश्य को लेकर हंगामा किया जा रहा है।

 

फिल्म के इस सीन को लेकर सिर्फ सोशल मीडिया पर ही बवाल नहीं है, बल्कि सियासत भी गरमा रही है। इस सीन को लेकर एफआईआर दर्ज कर दी गई है।

 

साथ ही अब तो मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने एमपी पुलिस को इस मामले में जांच करने के आदेश दिए हैं।

 

उनका कहना है कि इसमें बेहद आपत्तिजनक दृश्य दिखाए गए हैं जो एक धर्म विशेष की भावनाओं को आहत करते हैं और मैंने पुलिस अधिकारियों को इस विवादास्पद कंटेंट का परीक्षण कराने को निर्देशित किया है।

 

दरअसल, वेब सीरीज में एक ऐसा सीन है, जिसमें मुख्य किरदार लता और कबीर को एक मंदिर में किस करते दिखाया गया। यह किसिंग सीन कुछ सेकेंड का है, जिसमें बैकग्राउंड में मंदिर दिख रहा है।

 

आरोप है कि वेब सीरीज में तीन किसिंग सीन दिखाए गए हैं, जिन्हें अश्लील बताया जा रहा है। इस सीन पर गौरव तिवारी की ओर से रीवा में एफआईआर दर्ज करवाने के बाद बवाल खड़ा हो गया है और इसके बाद से सोशल मीडिया पर नेटफ्लिक्स और ए सूटेबल बॉय चर्चा में हैं।

 

मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा है- ‘एक ओटीटी मीडिया प्लेटफॉर्म पर “A Suitable Boy” नामक फ़िल्म जारी की गई है।

 

इसमें बेहद आपत्तिजनक दृश्य दिखाए गए हैं जो एक धर्म विशेष की भावनाओं को आहत करते हैं। मैंने पुलिस अधिकारियों को इस विवादास्पद कंटेंट का परीक्षण कराने को निर्देशित किया है।’

 

साथ ही अगले ट्वीट में मिश्रा ने लिखा है- ‘पुलिस अधिकारी परीक्षण कर बताएंगे कि संबंधित ओटीटी प्लेटफार्म और फिल्म के निर्माता निर्देशक पर धार्मिक भावनाएं आहत करने के लिए क्या कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।’