राजस्व विभाग के 2007 बैच के अधिकारी नवनीत कुमार को सीबीआई ने अपने शिकंजे में लिया है। अधिकारी पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी दस्तावेज के आधार पर विभाग में नियुक्ति पाई है और अलग-अलग पहचान से यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हुए।
सीबीआई के मुताबिक,नवनीत कुमार जो कि राजेश कुमार शर्मा हैं, 2007 में अधिक उम्र होने के कारण परीक्षा में बैठने के लिए अयोग्य थे। नवनीत कुमार का जन्म 15 जून 1980 में हुआ था।
#CBI has booked #NavneetKumar, a 2007-batch #IRS officer of customs and central excise, for submitting fake date of birth and educational certificates to qualify in the Union Public Service Commission (#UPSC) examination.https://t.co/uTMd7UUMho
— Firstpost (@firstpost) October 11, 2019
उन्होंने 1996 में हाईस्कूल, 2003 में इंटरमीडिएट और 2008 में स्नातक की परीक्षा पास की थी। जबकि शर्मा ने हाईस्कूल की परीक्षा 1991 में इंटरमीडिएट 1993 में बेतिया से सीबीएसई बोर्ड एग्जाम पास की थी।
सीबीआई ने कहा, “जब राजेश कुमार शर्मा यूपीएससी की परीक्षा के लिए उम्र की योग्यता को पूरा नहीं कर पा रहे थे तो उन्होंने नाम बदलकर प्रमाण-पत्र हासिल कर लिया।
IRS officer had fudged age, got new identity to appear for UPSC’s IAS exam: CBIhttps://t.co/2lIopxQ1V5 pic.twitter.com/9bjXjQ6xPE
— Hindustan Times (@htTweets) October 11, 2019
इसमें पिता का नाम और पता नहीं बदला गया।जब बेतिया के ग्राम प्रधान और अन्य लोगों से पूछताछ की गई तो पता चला कि राजेश कुमार शर्मा ने बाद मेंनवनीत कुमार नाम अपनाया लिया है।”
सीबीआई ने यह पाया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति भी नवनीत कुमार से संबंधित जानकारी देने में सहयोग नहीं कर रही थी।सीबीआई के मुताबिक, “प्रथम दृष्टया, फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल कर सरकारी नौकरी हासिल करना, धोखाधड़ी करना, पहचान छुपाना आपराधिक मामला है।”