हम चीन मतभेदों को विवाद नहीं बनने देंगे- पीएम मोदी

   

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मामल्लपुरम के ताज फिशरमैन्स कोव रिजॉर्ट में करीब 55 मिनट तक अनौपचारिक बातचीत हुई। यह बैठक दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल स्तरीय बैठक से पहले हुई।

प्रतिनिधिमंडल की बैठक से पहले नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों की चिंताओं के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “हमने विवेकपूर्ण तरीके से अपने मतभेदों को समाप्त का निर्णय लिया है। हम मतभेदों को विवाद नहीं बनने देंगे।

डी डब्ल्यू हिन्दी पर छपी खबर के अनुसार, जिनपिंग और मोदी की अकेले में हुई मुलाकात के बाद दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल के बीच वार्ता हुई। भारत की ओर से मोदी के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल, विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव विजय गोखले सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए।

वहीं जिनपिंग के साथ विदेश मंत्री वांग यी और स्टेट काउंसलर यांग जिएची सहित 100 सदस्यीय मजबूत प्रतिनिधिमंडल आया है। चीनी प्रतिनिधिमंडल में कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति व पोलितब्यूरो के सदस्य डिंग शुईशियांग, चीनी संसद की राष्ट्रीय समिति के उपाध्यक्ष एचई लाइफेंग भी शामिल हैं।

पिछले साल वुहान में हुए पहले अनौपचारिक शिखर सम्मेलन को याद करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा, पहले सम्मेलन से हमारे संबंधों में नई स्थिरता आई और एक नई गति मिली। हमारे दोनों देशों के बीच रणनीतिक संचार भी बढ़ा है।

आज के चेन्नई विजन के बाद दोनों देशों के बीच सहयोग के लिए एक नई शुरुआत की जाएगी। वहीं शी जिनपिंग ने कहा, “अनौपचारिक शिखर सम्मेलन से पिछले एक साल में संबंधों में काफी तरक्की देखी गई है। द्विपक्षीय संबंधों पर हमने दिल से चर्चा की. सभी बातों को गहराई से समझा।