पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में कबायली क्षेत्र में चीन 58 स्कूल और 30 अस्पतालों का निर्माण करेगा। चीन के राजदूत याओ जिंग के हवाले से बताया गया है ‘‘खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के पिछड़े इलाकों का विकास करना चीन सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है।’’
OCT 27 2019-#China will construct 58 schools and 30 hospitals in the tribal region in #Pakistan's Khyber Pakhtunkhwa province, Chinese Ambassador Yao Jing has said.https://t.co/rdcrmKQOsi
— CPEC Monitor (@CPEC_Monitor) October 28, 2019
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, फ्रैंड्स ऑफ सिल्क रोड पर शनिवार को जिंग ने कहा ‘‘चीन सरकार ने पूर्ववर्ती एफएटीए में 58 स्कूलों और खैबर पख्तूनख्वा में 30 अस्पतालों के निर्माण की मंजूरी दी है।
हमारे पूर्वज उस हिस्से में रहते थे जो हिस्सा अब पाकिस्तान के उत्तरी इलाकों के तौर पर जाना जाता है। इसलिए इन इलाकों का विकास हमारी शीर्ष प्राथमिकता है।’’
“Peshawar would be the gateway to the central Asia in the region and in near future the rail tracks from Karachi to Peshawar would be upgraded along with the new rail systems,” Yao said.https://t.co/T9g841NanI
— Financial Express (@FinancialXpress) October 27, 2019
एफएटीए में सात कबायली जिले और छह सीमाई क्षेत्र आते हैं। 2017 में एफएटीए को खैबर पख्तूनख्वा में मिला दिया गया था। उन्होंने कहा ‘‘क्षेत्र में शांति और स्थिरता की जरूरत है ताकि चीनी कंपनियां क्वेटा, चमन को ग्वादर से और पेशावर को काबुल तथा कजाखस्तान से रेल संपर्क के माध्यम से जोड़ सकें।’’ याओ ने कहा कि पाकिस्तान और चीन 10 कृषि परियोजनाओं पर साथ काम कर रहे हैं।
याओ ने उच्च शिक्षण संस्थानों से देश भर में 10 कृषि परियोजनाएं स्थापित करने के लिए योजना आयोग और पाकिस्तान कृषि अनुसंधान परिषद (पीएआरसी) के माध्यम से प्रस्ताव लाने का अनुरोध भी किया। उन्होंने कहा कि खैबर पख्तूनख्वा 60 अरब डॉलर की लागत से चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के निर्माण में अहम भूमिका निभाएगा