शिनजियांग में मुसलमानों की दशा पर विश्व के नए सिरे से ध्यान केन्द्रित करने के मद्देनजर चीन ने कहा है कि वहां धर्म के आधार पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, उन्होने कहा कि प्रांत में खोले गए व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्रों का उद्देश्य आतंकवाद, चरमपंथ और कट्टरपंथ का मुकाबला करना है।
चीनी राजदूत सुन वीदोंग ने कहा कि शिनजियांग 1990 के दशक से आतंकवाद और धार्मिक चरमपंथ का शिकार रहा है और प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना जैसे आतंकवाद रोधी कदमों के कारण पिछले 3 वर्षों में क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों में उल्लेखनीय कमी आई है।
दरअसल, इस तरह की खबरें आई हैं कि चीनी अधिकारी शिनजियांग में बिना मुकदमा चलाए हिरासत केंद्रों में हजारों मुस्लिमों को रखे हुए हैं।
जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो वीदोंग ने दावा किया कि शिनजियांग में कोई हिरासत केंद्र नहीं है और व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण केंद्र आतंकवाद और धार्मिक चरमपंथ का खात्मा करने के उद्देश्य से कानून के प्रावधानों के अनुसार स्थापित किये गये है।
उन्होंने कहा, ‘आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एहतियाती कदम के तहत व्यावसायिक शिक्षा और प्रशक्षिण केंद्रों ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं।’