चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से बुधवार को कहा कि कश्मीर में स्थिति पर चीन‘‘करीबी नजर रखे हुए’’ है और ‘‘यह बात स्पष्ट’’है। साथ ही, उन्होंने उम्मीद जताई कि ‘‘संबंद्ध पक्ष’’ शांतिपूर्ण वार्ता के जरिए इस मामले को सुलझा सकते हैं।
शी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए इस सप्ताह भारत की यात्रा करेंगे। शी ने खान को यहां एक बैठक में भरोसा दिलाया कि अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय हालात में बदलावों के बावजूद चीन और पाकिस्तान की मित्रता ‘‘अटूट और चट्टान जैसी मजबूत’’ है।
Xi assured Imran Khan that the friendship between China and Pakistan is "unbreakable and rock-solid" despite changes in international and regional situation.https://t.co/dnKKKw069R
— IndiaToday (@IndiaToday) October 10, 2019
हरिभूमी पर छपी खबर के अनुसार, इमरान खान ऐसे समय में चीन की यात्रा पर यहां पहुंचे हैं, जब पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त किए जाने के बाद से पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव बढ़ गया है।
Khan's visit to China comes at a time when tensions have spiked between Pakistan and India after New Delhi ended the special status of Jammu and Kashmir on August 5 https://t.co/vBA6zCstP3
— Economic Times (@EconomicTimes) October 9, 2019
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के कश्मीर पर चर्चा करने की खबरों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारत ने बुधवार को कहा कि इस मुद्दे पर नयी दिल्ली के रुख से बीजिंग ‘अच्छी तरह से अवगत’ है और हमारे आंतरिक मामलों पर अन्य देश टिप्पणी नहीं करें।
भारत की यह कड़ी प्रतिक्रिया शी और खान के बीच एक बैठक में कश्मीर पर चर्चा होने के बारे में चीनी सरकारी मीडिया में खबर आने के बाद आई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ‘‘हमने शी की खान के साथ बैठक के बारे में खबर देखी है जिसमें कश्मीर पर उनके बीच हुई चर्चा का भी जिक्र किया गया है।
भारत का लगातार और स्पष्ट रुख रहा है कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। चीन हमारे रुख से अच्छी तरह से अवगत है। भारत के आंतरिक मामलों पर अन्य देश टिप्पणी नहीं करें।’’ शी का शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक शिखर बैठक का कार्यक्रम है।
चीनी राष्ट्रपति ने खान को एक बैठक के दौरान भरोसा दिलाया कि अंतरराष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय हालात में बदलावों के बावजूद चीन और पाकिस्तान के बीच मित्रता अटूट तथा चट्टान की तरह मजबूत है।