चीनी राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने देश के 24 प्रांतों में कोरोना वायरस फैलने की पुष्टि कर दी है। चीन में इस वायरस से प्रभावित 830 लोगों की पहचान हो चुकी है।
खास खबर इस छपी खबर के अनुसार, 20 प्रांतों में 1072 लोगों के इसी वायरस से प्रभावित होने का शक है। गुरुवार तक इससे मरने वालों की संख्या 25 पहुंच गई। इसी बीच भारत के 25 स्टूडेंट्स चीन के कोरोना वायरस प्रभावित शहर वुहान में फंस गए है।
वायरस को बाहर फैलने से रोकने के लिए वुहान से लोगों की आवाजाही रोक दी गई है। वहां फंसे 25 में 20 स्टूडेंट्स केरल के हैं। वुहान से 300 किमी दूर यिचांग में 14 इंडियन स्टूडेंट्स एक हॉस्पिटल में इंटर्नशिप कर रहे हैं। वे आज भारत आ जाएंगे।
मुंबई में अधिकारियों ने बताया कि पिछले 60 घंटों में वुहान एवं चीन के अन्य हिस्सों से लौटे पांच भारतीयों की गहन जांच की जा रही है। इनमें दो लोगों को सर्दी-जुकाम है, इसलिए उन्हें कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती कर लिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि इन्हें हल्के सर्दी-जुकाम के सिवा वायरस के प्रभाव का कोई अन्य लक्षण नहीं दिखा।
मिली जानकारी के अनुसार, चीनी में 630 कोरोना वायरस मामलों की पुष्टि हो चुकी है और 393 संदिग्ध मामले हैं। चीन की मुख्य भूमि के बाहर चीनी हांगकांग, चीनी मकाओ और चीनी ताईवान में एक-एक मरीजों की पुष्टि हुई है। विदेशों में अमेरिका में 1, जापान में 1, थाईलैंड में 3 और दक्षिण कोरिया में 1 मामले की पुष्टि की गई है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कोरोना वायरस से 17 मृतकों रिपोर्ट भी जारी की है। मृतकों में सबसे कम आयु 48 वर्ष थी, जबकि सब से अधिक आयु 89 वर्ष की थी, जिन में से अधिकांश सिरोसिस, उच्च रक्तचाप, मधुमेह और दिल की बीमारी जैसी क्रॉनिक बीमारियों से पीड़ित थे।
चीन के वुहान शहर से प्रारंभ कोरोना वायरस पड़ोसी सिंगापुर और वियतनाम तक पहुंच चुका है। भारत के लिए खुशखबरी यह है कि यहां का एक भी नागरिक अब तक करॉन वायरस से पीड़ित नहीं पाया गया है।
सऊदी अरब में एक भारतीय नर्स की जांच पड़ताल में पाया गया कि वह कोरोना वायरस की शिकार नहीं हुई है।
जिसे वायरस का अटैक हुआ हो उसे बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खरास जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं।