रश्मि साहिजावाला 59 साल की उम्र में काम करना शुरू करने की कभी उम्मीद नहीं की थी, भारत की टमटम अर्थव्यवस्था में शामिल होने के लिए अब वह गृहिणियों की एक सेना का हिस्सा हैं, जो अपने घरों को “क्लाउड किचन” में बदलकर समय-समय पर सहस्राब्दी खिलाने का काम करती हैं।
न्यूज़ स्टेट पर छपी खबर के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने सोमवार को कहा कि एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था मंदी से जूझ रही है, क्योंकि यह वैश्विक वृद्धि पर एक खींचतान पैदा कर रही है, लेकिन कुछ चमकीले धब्बे हैं।
VIDEO: Rashmi Sahijwala is part of an army of housewives turning their homes into "cloud kitchens" to feed time-starved millennials https://t.co/AF5sgeiHG5 pic.twitter.com/p5OJApv9m8
— AFP News Agency (@AFP) January 23, 2020
फूड डिलिवरी कंपनी स्विगी ने बुधवार को कहा कि उसने 14 शहरों में अपने रेस्तरां साझेदारों के लिए 1000 से ज्यादा क्लाउड किचन स्थापित करने के लिए दो साल के दौरान 175 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
यह निवेश ‘स्विगी एक्सेस’ पहल के जरिए किया गया है. स्विगी ने कहा कि वह मार्च 2020 तक 12 नए शहरों में क्लाउड किचन के लिए अतिरिक्त 75 करोड़ रुपये निवेश करेगी।
स्विगी एक्सेस पहल, क्लाउड किचन के जरिए रेस्तरां भागीदारों को अपने शहर के भीतर और नए शहरों में विस्तार को सक्षम बनाती है।
स्विगी ने कहा कि उसने 10 लाख वर्ग फुट के रियल एस्टेट स्पेस में 14 शहरों में निवेश किया है, ताकि बड़े, मध्यम व छोटे रेस्तरां साझेदारों को ज्यादा जगहों पर विस्तार में सहायता मिल सके।
स्विगी, न्यू सप्लाई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल भाटिया ने एक बयान में कहा, “बीते 2-3 सालों में ऑनलाइन भोजन के ऑर्डर में बड़े पैमाने पर वृद्धि के साथ भारत में रेस्तरां डाइनिंग कल्चर में इजाफा हुआ है। स्विगी ने हमेशा यह कहा है कि क्लाउड किचन फूड डिलिवरी का भविष्य होंगे।