UP: मदरसे में तोड़फोड़ और आगजनी के बाद इलाके में तनाव?

   

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर ज़िले में एक मदरसे के पास कथित तौर से गोवंश के अवशेष मिलने से हिंसा का मामला सामने आया है। कट्टरपंथी उग्र भीड़ ने मदरसे में तोड़फोड़ की और मदरसे को आग के हवाले कर दिया।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक़, भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश जहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, इस प्रदेश में कट्टरपंथी भीड़ लगातार धर्म और गाय के नाम पर उग्र होती जा रही है।

ताज़ा मामला यूपी के फतेहपुर ज़िले का है जहां एक मदरसे के पास कथित तौर पर गोवंश के अवशेष मिलने पर कट्टरपंथी उग्र भीड़ ने मदरसे पर हमला कर दिया।

आनन-फ़ानन में जब स्थानीय प्रशासन को इस घटना की ख़बर लगी तो मौक़े पर भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है, मगर ग्रामीणों की माने तो यह हमला पुलिस की लापरवाही के कारण ही हुआ है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार यह पूरा मामला यूपी के फतेहपूर ज़िले के कोतवाली बिंदकी क्षेत्र के अंतर्गत बेहटा गांव का है। सोमवार को गांव में स्थित मदरसे के पीछे तालाब के पास गोवंश अवशेष बरामद हुआ था। इससे स्थानीय भगवा चरमपंथी आक्रोशित हो उठे और मौक़े पर पहुंचकर उत्पात मचाने लगे।

सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने गाय के अवशेष को गड्ढे में दफ़्न कर दिया। इस बीच मंगलवार को एक बार फिर उसी स्थान पर गाय का अवशेष बरामद हुआ।

इसकी सूचना मिलते ही भगवा चरमपंथी दोबारा आक्रोशित हो उठे। हाथों में हथियारों को लहराते हुए उस इलाक़े में मौजूद मदरसे के पास पहुंच गए और मदरसे में तोड़फोड़ करने लगे, इसी दौरान कुछ कट्टरपंथियों ने मदरसे को आग के हवाले कर दिया। भीड़ ने गांव के मदरसे पर काभी देर तक पथराव भी किया।

इस पूरी घटना को लेकर कई प्रश्न उठाए जा रहे हैं। सबसे पहले यूपी पुलिस के रवैये पर सवाल उठ रहा है। वह यह की जब गाँव में माहौल तनाव भरा था तो मदरसे या आसपास के इलाक़े में फ़ोर्स क्यों नहीं तैनात की गई?

दूसरा यह की गोवंश अवशेष मिलने पर विवाद को टाला क्यों गया और उसे सुलझाया क्यों नहीं गया? क्या पुलिस के इस ढीले ढाले रवैये से ग़ुस्साई भीड़ को बल नहीं मिला?

क्योंकि अगर गाँव वालों की माने तो यह मामला इतना नहीं बढ़ता अगर पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया होता। इससे पहले भी उत्तर प्रदेश में गुस्साई भीड़ के कई मामले सामने आ चुके है। अभी हाल ही में उन्नाव ज़िले में क्रिकेट खेल रहे मदरसे में पढ़ने वालों बच्चों के साथ पहले मारपीट की फिर जबरन धार्मिक नारा लगाने की बात सामने आई थी।