JEE-NEET परीक्षा के मद्देनजर देशभर में कई जगहों पर लोग इस बाबत अपनी आपत्ति जता रहे हैं इ।सी कड़ी में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी नीट-जेईई परीक्षाओं के मद्देनजर आपत्ति जताई है।
इंडिया डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहै कि केंद्र सरकार जमीन हकीकत पर आंख बंद करके बैठी है. उन्होंने केंद्र सरकार को लेकर कहा कि केंद्र सरकार जिस व्यवस्था के मद्देनजर 28 लाख बच्चों को परीक्षा देने के लिए मजबूर कर रही है, उसी व्यवस्था के कारण लाखों बच्चे पहले ही कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।
Holding NEET, JEE will risk exposing 28 lakh students to COVID: Manish Sisodia | via @IndiaTVNews #NEET #JEE #PostponeJEE_NEETinCOVID #StudentsLiveMattershttps://t.co/BAkCTCsMi4
— India TV (@indiatvnews) August 26, 2020
मनीष सिसोदिया ने कहा कि दुनिया के तमाम देश सिस्टम परीक्षा से बाहर आ रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार उसी से चिपकी रहेगी। इसी कड़ी में आगे बोलते हुए सिसोदिया ने कहा कि या तो इन परीक्षाओं को स्थगित कर दिया जाए या फिर केंद्र सरकार कोई दूसरे विकल्प की तलाश करे।
यही नहीं बता दें कि तमाम विपक्षी पार्टियों के नेता भी इस परीक्षा के खिलाफ प्रदर्शन भी कर रहे हैं।
प्रदर्शन करने वालों का कहना है कि जबतक देश की हालत कोरोना के बाबत सही नहीं हो जाती तब तक परीक्षा नहीं कराई जानी चाहिए। छात्रों का कहना है कि कहीं बाढ़ हैं तो कहीं लॉकडाउन लगा हुआ है।
ऐसे में छात्रों का परीक्षा सेंटर तक पहुंच पाना काफी मुश्किल हैं। बता दें कि देश में कोरोना के कुल मामले 32 लाख की संख्या को पार कर चुके हैं, और मरने वालों की संख्या भी 59 हजार से अधिक हो चुकी है। ऐसे में बच्चों के माता-पिता भी परीक्षा को लेकर काफी चिंतित दिखाई दिए।