सोना तस्करी मामले में कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर CBI जांच की मांग की!

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35 किलो सोना तस्करी मामले में केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन का कार्यालय शक के घेरे में है।

 

पंजाब केसरी पर छपी खबर के अनुसार, ‘डिप्लोमेटिक इम्युनिटी’ का सहारा लेकर सोने की तस्करी और एयरपोर्ट से सोने को पास कराया गया।

 

वहीं केरल सरकार ने तस्करी केस में नाम आने की वजह से सूचना प्रौद्योगिकी सचिव और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एम शिवशंकर का तबादला कर दिया है।

 

बताया जा रहा है कि इसके तार यूएई के महावाणिज्य दूतावास से संबंधित एक राजनयिक खेप से जुड़े हुए हैं। यूएई की एक पूर्व वाणिज्य अधिकारी स्वप्ना सुरेश इस मामले की मुख्य आरोपी हैं।

 

फिलहाल वह केरल राज्य सूचना प्रौद्योगिकी इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (केएसआईटीआईएल) के तहत स्पेस पार्क की विपणन संपर्क अधिकारी भी हैं।

 

वहीं इस मामले में कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सीबीआई जांच की मांग की।

 

उन्होंने कहा, मैंने पीएम को लिखा है, सोने की तस्करी मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहा हूं। डिप्लोमेटिक इम्युनिटी का दुरुपयोग करके, सीएमओ ने दोषियों की मदद की।

 

सुरक्षित रूप से हटाने से समस्या का समाधान नहीं होगा। सीएम को भी नहीं बख्शा जा सकता क्योंकि उनकी जानकारी के बिना ऐसा नहीं हो सकता था।

 

रविवार को तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सीमा शुल्क अधिकारियों ने भारी मात्रा में सोना बरामद किया था।

 

यह सोना यूएई के वाणिज्य दूतावास के लिए आए बैगों में भरा हुआ था। सूत्रों ने सोमवार को बताया कि पूर्व कर्मचारी को हिरासत में लेने के बाद जांच के लिए कोच्चि ले जाया गया है।

 

इस बीच, यूएई के वाणिज्य दूतावास ने एक वक्तव्य जारी कर स्पष्ट किया है कि उसका कोई भी कर्मचारी इस अपराध में शामिल नहीं है और वह गैर-कानूनी गतिविधियों के लिए कूटनीतिक माध्यमों का इस्तेमाल करने की कोशिश की कड़ी निंदा करता है।

 

यूएई के वाणिज्य दूतावास ने कहा कि दुर्व्यवहार के कारण इस कर्मचारी को नौकरी से निकाल दिया गया था।

 

आरोपी को जब यह पता चला कि उसके सामान की जांच होगी तो उसने सीमा शुल्क अधिकारियों को धमकी भी थी।

 

इस बीच एक रिपोर्ट में दावा किया है कि मुख्यमंत्री कार्यालय के एक शीर्ष अधिकारी ने कथित रूप से हवाई अड्डे पर यूएई के वाणिज्य दूतावास के पूर्व कर्मचारी की मदद करने की कोशिश की थी।