प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने एक बयान में कहा कि भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या की घटनाओं को अंजाम लेने वाले लोग RSS की विचारधारा से आते हैं
RSS प्रमुख मोहन भागवत की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या और अर्थव्यवस्था पर टिप्पणी के लिए मंगलवार को महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस ने उन्हें आड़े हाथों लिया।
Shocked at Sarsanghchalak Mohan Bhagwat’s insensitive comment. The issue is not Europe or India, English or Hindi. The killing of innocent, hapless people by agitated mobs is unacceptable to humanity. Languages don’t matter.
— Anand Sharma (@AnandSharmaINC) October 8, 2019
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने एक बयान में कहा कि भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या की घटनाओं को अंजाम लेने वाले लोग RSS की विचारधारा से आते हैं। बता दें कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) प्रमुख ने कहा है कि भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या से उनके संगठन का कोई लेना देना नहीं और देश में कोई आर्थिक मंदी नहीं है।
I demand that you clarify in India’s national interests and global perception, whether you endorse or condemn such killing of innocent men, women and children by mobs. Please come clean on this in India’s national interest.
— Anand Sharma (@AnandSharmaINC) October 8, 2019
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने एक बयान में कहा कि भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या की घटनाओं को अंजाम लेने वाले लोग RSS की विचारधारा से आते हैं।
मेरा सरसंघचालक श्री मोहन भागवत जी से सीधा सवाल है- क्या वह और उनका संगठन घृणा और हिंसा का प्रयोग कर निर्दोष और असहाय लोगों की गैर कानूनी हत्या का अनुमोदन करते हैं या ऐसी घटनाओं की भर्त्सना करते हैं। देश जानना चाहता है कि आपको समस्या इन घटनाओं से है या सिर्फ शब्दावली से?
— Anand Sharma (@AnandSharmaINC) October 8, 2019
सावंत ने कहा, ‘‘RSS का लिचिंग से कोई लेना नहीं है, यह कहना वैसा ही झूठ है जैसे यह कहना झूठ है कि RSS एक सांस्कृतिक संगठन है, जातिवाद का विरोधी है, आरक्षण का समर्थक है और संविधान तथा तिरंगे का सम्मान करता है।’’ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘झूठ फैलाना संघ परिवार की विचारधारा है।’’
वहीं, पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ मेरा सरसंघचालक मोहन भागवत जी से सीधा सवाल है- क्या वह और उनका संगठन घृणा और हिंसा का इस्तेमाल कर निर्दोष और असहाय लोगों की हत्या का अनुमोदन करते हैं या ऐसी घटनाओं की भर्त्सना करते हैं। देश जानना चाहता है कि आपको समस्या इन घटनाओं से है या सिर्फ शब्दावली से?’’