विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश, कांग्रेस ने कहा- ‘प्रधानमंत्री पद कोई फैक्टर नहीं’

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कांग्रेस ने एक बार फिर से विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश में लगी है। कांग्रेस चाहती है कि रिजल्ट आने के बाद हर सूरत में विपक्ष एकजुट हो और सत्ता हासिल करने की कोशिश करे।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद ने एक ऐसा बयान जारी किया है, जिससे यह उम्मीद देखी जा रही है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री पद को फैक्टर नहीं है, यानी प्रधानमंत्री पद के लिए कांग्रेस कुर्बानी दे सकती है।

लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में होने वाली वोटिंग से पहले कांग्रेस ने कहा है कि हम पीएम पद के किसी अन्य का समर्थन कर सकते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने बुधवार को कहा, ‘अच्छा होगा अगर लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद सरकार चलाने के लिये कांग्रेस नेता के नाम पर आम सहमति बने लेकिन ‘‘हम इसे कोई मुद्दा नहीं बनाने जा रहे कि अगर हमें (कांग्रेस को) प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी की पेशकश नहीं की गई तो हम (कांग्रेस) किसी और (नेता) को प्रधानमंत्री नहीं बनने देंगे।

ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, पूर्व केंद्रीय मंत्री आजाद ने कहा कि कांग्रेस का एकमात्र ध्येय केंद्र में एनडीए को सरकार बनाने से रोकना है और गैर-एनडीए सरकार बनाना है।

उन्होंने दावा किया कि बीजेपी 125 सीटों तक सिमट जाएगी हालांकि चुनाव में कांग्रेस कितनी सीटें जीतेगी इस बारे में उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार किया।