कांग्रेस युवा नेता विनय डोकानिया ने 15 अगस्त पर दिए प्रधानमंत्री मोदी के भाषण पर किए कई सवाल!

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लाल किले से आज भारत के स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि भारत अपनी सीमा की सुरक्षा करने के लिए क्या क्या कर सकता है यह पूरे विश्व ने लद्दाख में देख लिया।

 

अपने भाषण में प्रधानमंत्री क्या कहना चाह रहे थे यह समझ के बाहर है क्योंकि 2 महीने पहले इन्हीं प्रधानमंत्री मोदी ने छाती ठोक के कहा था कि चीन भारत की सीमा में नहीं घुसा है, तब आज वह किस बिनाह पर कह रहे थे कि भारत ने अपने दुश्मनों को करारा जवाब दिया।

 

इस पर कांग्रेस के डिजिटल कम्युनिकेशन एवं सोशल मीडिया के राष्ट्रीय को कोऑर्डिनेटर ( सह संयोजक) श्री विनय कुमार डोकानिया जी ने एक ट्वीट के जरिए चुटकी ली। उन्होंने लिखा कि पूरे विश्व ने मोदी सरकार द्वारा लिए गए कड़े कदम देखें जिनमें से कुछ कदम थे

-चीनी मोबाइल एप्लीकेशन बैन करना ,

-चीनी राष्ट्रपति को उनके जन्मदिन पर बधाई ना देना ,

-प्रियंका गांधी जी को घर खाली करने के लिए नोटिस भेजना ,

 

-चाइना के सरकारी ट्विटर ऐप वीबो से प्रधानमंत्री मोदी का अकाउंट बंद करना ,

 

-देशभर में मासूम जनता को मीडिया एवं सोशल मीडिया के जरिए चीनी प्रोडक्ट का बहिष्कार करने वाली कैंपेन चलवा ना ,

 

– राजस्थान की कांग्रेस गहलोत सरकार को गिराने की साजिश करना ,

 

-चीन को भारत में घुसने की आरोप की क्लीन चिट देना ,

 

-21 दिन तक पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर जनता को महंगाई तले दबाना ,

 

– प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए जरूरत से ज्यादा ट्रेन का किराया वसूलना और फिर गलत रूट पर ट्रेन चला कर कई दिनों तक भूखे प्यासे ट्रेनों में मरने के लिए छोड़ देना ,

 

– कोरोनावायरस के काल में हैंड सैनिटाइजर पर GST बढ़ाना ,

 

– कोरोना के बहाने सरकारी कंपनियों को निजी हाथों में बेच देना ,

 

-गैर भाजपा शासित राज्यों को उनका जीएसटी का हिस्सा देने से मना करना ,

 

-एवं फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के खुदकुशी मामले को गोदी मीडिया द्वारा जरूरत से ज्यादा टूल दिलवा कर जनता को गुमराह करके ध्यान भटकाने का प्रयास किया गया।

 

अपने इस टुवीट से श्री विनय डोकानिया ने यह बात सिद्ध करने की कोशिश की कि ना सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से स्वतंत्रा दिवस वाले अपने भाषण में देश की 130 करोड़ जनता से झूठ बोला पर अपनी कमजोर विदेशी नीति एवं चीन का नाम लेने तक से डरने वाली हरकत और “ना कोई भारत में घुसा ना ही किसी ने भारत की किसी हिस्से का कब्जा किया” जैसे नकारात्मक बयान देकर चीन के दावों को ही मजबूत किया एवं भारतीयों के उन पर रखे गए विश्वास की पूर्ण तरीके से धज्जियां उड़ा दी।