ईरान के विदेश मंत्री के सलाहकार होसैन शेखोलसलाम की कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते मौत हो गई है। एएफपी न्यूज एजेंसी के हवाले से न्यूज एजेंसी आइआइरएनए ने इसकी पुष्टि की।
जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, वर्ष 1979 में अमेरिकी दूतावास बंधक संकट में होसैन ने हिस्सा लिया था। ईरान इस वक्त कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ रहा है। वहां पर कम से कम 3 हजार 513 लोग इस संक्रमण से प्रभावित हैं जबकि 107 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें से 6 लोग राजनेता और सरकारी आधिकारी थे।
होसैन की मौत से पहले वहां के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ के सलाहकार थे। इसके अलावा सीरिया के पूर्व राजदूत रहे हैं। इसके अलावा वर्ष 1981 से 1997 में डिप्टी विदेश मंत्री भी रहे हैं।
शेखोलसैम वर्ष 1979 के ईरान बंधक संकट में शामिल छात्रों में से एक था। वर्ष 1978 में अमेरिकी समर्थित शाह के टॉप करने के नौ महीने से भी कम समय के बाद ईरानी छात्रों ने तेहरान में अमेरिकी दूतावास पर धावा बोल दिया और 52 अमेरिकियों को बंधक बना लिया।
इस दौरान उन्होंने वर्ष 1980 में वाशिंगटन को ईरान के साथ राजनयिक संबंधों को गंभीर बनाने के लिए प्रेरित किया। इन बंधकों को जनवरी 1981 में छोड़ दिया गया था।
दावा किया जा रहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से ईरानी सरकार में कई उच्च अधिकारियों की जान ली है। इसमें मोहम्मद मिरमोहम्दी शामिल हैं।
बता दें कि तेहरान एमपी फतेहह रहबर कोरोना वायरस से संक्रमित हैं जिसके चलते वह वर्तमान में कोमा में हैं। इसकी पुष्टि न्यूज एजेंसी आइएसएनए ने की।
इस वायरस के प्रकोप को देखते हुए तेहरान में इस वक्त सभी स्कूल और यूनिवर्सिटी को बंद किया गया है। इसके अलावा सभी सांस्कृतिक गतिविधियों और अन्य कार्यक्रमों को रद किया गया है। बता दें कि तेहरान के 31 प्रांत में कोरोना वायरस फैल चुका है।